पटना. बिहार में अगले सात दिनों तक दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के सक्रिय रहने के आसार हैं. मंगलवार-बुधवार की रात से सक्रिय हुये मॉनसून ने बुधवार को बिहार को पूरी तरह से कवर कर लिया है. विशेषकर पश्चिमी बिहार के गोपालगंज और सिवान आदि जिलों में सक्रिय मॉनसून से खूब वर्षा हुई. बिहार में अब कोई ऐसा क्षेत्र ऐसा नहीं बचा है, जिसे मॉनसूनी बौछारों ने भिगोया हो. अगले 24 घंटे में भी भारी से भारी बारिश की आशंका है. इस दौरान पूरे प्रदेश में ठनका को लेकर आइएमडी ने अलर्ट जारी किया है.
ठनका गिरने से बुधवार को भोजपुर में दो, वैशाली में एक, रोहतास में एक, नवादा में एक व औरंगाबाद और सहरसा में एक की मौत हो गयी. सहरसा में एक घर पर ठनका गिरा, जिससे घर ध्वस्त हो गया. भोजपुर जिले के सिकरहटा थाना क्षेत्र के सिकरौल गांव में फुलचन शर्मा व सिकरहटा थाना क्षेत्र के हरपुर गांव निवासी बृजमल पासवान के पुत्र अमन कुमार की मौत हो गयी. वहीं, वैशाली जिले के गोरौल थाना क्षेत्र के मजिया गांव में 16 वर्षीया मुस्कान कुमारी व रोहतास जिले के शिवसागर व बड्डी थाना क्षेत्रों में ठनके से डेहरी थाना क्षेत्र के अर्जुन पासी की मौत हो गयी और दो लोग झुलस गये.
औरंगाबाद के ओबरा थाना क्षेत्र के डिहरा में वज्रपात से एक वृद्ध की मौत हो गयी. वृद्ध की पहचान डिहरा गांव निवासी 60 वर्षीय शंकर राजवंशी के रूप में हुई है. नवादा के कौआकोल थाना क्षेत्र की लालपुर पंचायत के मड़पो गांव निवासी गोरेलाल महतो की पत्नी शिवकुमारी देवी की मौत हो गयी. इधर, सहरसा के बिहरा थाने के विशनपुर वार्ड नंबर चार में ठनका गिरने से संजय कुमार की मौत हो गयी और एक अन्य युवक झुलस गया. वहीं, महुआ बाजार प्रखंड क्षेत्र की रघुनाथपुर पंचायत के गोदराम व शाहपुर पंचायत के नवटोलिया गांव में दो घरों पर ठनका गिर गया.
ठनके से मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक व्यक्त किया है. मृतकों के आश्रितों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. इधर, राज्यपाल फागू चौहान ने वज्रपात से मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है. साथ ही मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम में सतर्क रहें.