मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नयी महागठबंधन सरकार का विस्तार मंगलवार को हुआ. राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन के राजेंद्र मंडपम में आयोजित समारोह में 31 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवायी. शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और राबड़ी देवी तथा उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. जिन मंत्रियों को शपथ दिलायी गयी उनमें राजद के 16, जदयू के 11, कांग्रेस के दो, हम के एक और निर्दलीय के एक मंत्री शामिल हुए.
शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों में विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है. देर शाम कुछ मंत्रियों ने अपने-अपने कार्यालय जाकर प्रभार ग्रहण किया. जदयू को वित्त विभाग के साथ सभी प्रमुख विभाग मिले हैं. शिक्षा विभाग राजद को दिया गया है. इससे पहले पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पद और गोपनीयता की शपथ ले चुके हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री सहित कुल 33 सदस्यों की मंत्रिपरिषद का गठन हो चुका है.
मंत्रिमंडल में सामाजिक समीकरण बनाये रखने की कोशिश की गयी. अल्पसयंख्यक कोटे से पांच मंत्री बनाये गये. जबकि सवर्ण कोटे के छह मंत्रियों को शपथ दिलायी गयी. नयी सरकार में भाकप माले, माकपा और भाकपा शामिल नहीं हुई. तीनों दलों के 16 विधायक हैं. यह सभी सरकार को बाहर से समर्थन देंगे. कांग्रेस को दो मंत्री पद मिले हैं. बायसी के विधायक अफाक आलम और चेनारी के मुरारी गौतम पहली बार मंत्री बनाये गये है. सरकार में अनुभवी मंत्रियों की संख्या अधिक है. जदयू ने अपने कोटे से पूर्व मंत्रियों को ही फिर से जिम्मेवारी सौंपी है. नयी कैबिनेट में तीन महिलाओं को मौका मिला है. इनमें से जदयू की लेशी सिंह और शीला कुमारी तथा राजद की अनिता देवी के नाम हैं. वहीं राजद के खाते में विधानसभा अध्यक्ष का पद गया है.
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बिहार मंत्री मंडल में आठ यादवों के साथ ही पांच मुस्लिम विधायकों को जगह मिला है. इसके अलावा अनुसूचित जाति के 5, अतिपिछड़ा वर्ग से 4 मंत्री शामिल थे. मंत्री मंडल में नोनिया जाति से राजद कोटे से एक विधायक को स्थान मिला है. वहीं कुशवाहा समाज से नीतीश कुमार ने दो मंत्रियों को सीट देकर चिराग पर बड़ा प्रहार कर दिया है. इसके अलावे दो कुर्मी और तीन राजपुत विधायकों को मंत्री मंडल में जगह मिली है. मंत्री मंडल में केवल एक ब्राह्मण और एक वैश्य समाज के मंत्री को स्थान मिला है.
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महागठबंधन की नयी सरकार में बने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुल 33 मंत्री बने. इनमें 12 ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्री (Nitish government first time ministers) बनने का मौका मिला है. पहली बार मंत्री बनने वाले 12 विधायकों में कांग्रेस के मो आफाक आलम और मुरारी गौतम, राजद के रामानंद यादव, कुमार सर्वजीत, समीर महासेठ, जितेंद्र कंमार राय, सुधाकर सिंह, कार्तिक कुमार, शमीम अहमद, मो शाहनवाज, सुरेंद्र राम, एवं मो इसराइल मंसूरी के नाम हैं.
विजय कुमार चौधरी वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य, बिजेंद्र प्रसाद यादव ऊर्जा, योजना एवं विकास, अशोक चौधरी भवन निर्माण, श्रवण कुमार ग्रामीण विकास, संजय कुमार झा जल संसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क, मदन सहनी समाज कल्याण, शीला कुमारी परिवहन, लेशी सिंह खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, मो जमा खान अल्पसंख्यक कल्याण, जयंत राज लघु जल संसाधन, सुनील कुमार मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन
तेज प्रताप यादव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, आलोक कुमार मेहता राजस्व एवं भूमि सुधार, अनिता देवी पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, सुरेंद्र प्रसाद यादव सहकारिता, चंद्रशेखर शिक्षा, ललित कुमार यादव लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, जितेंद्र कुमार राय कला-संस्कृति व युवा, डॉ रामानंद यादव खान एवं भूतत्व, सुधाकर सिंह कृषि, कुमार सर्वजीत पर्यटन, सुरेंद्र राम श्रम संसाधन, शमीम अहमद गन्ना उद्योग, शाहनवाज आपदा प्रबंधन, मो इसराईल मंसूरी सूचना-प्रावैधिकी, कार्तिक कुमार विधि मंत्री, समीर कुमार महासेठ उद्योग
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कांग्रेस कोटे से मुरारी प्रसाद गौतम पंचायती राज, मो अाफाक आलम पशु एवं मत्स्य संसाधन
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हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा से संतोष कुमार सुमन अनुसूचित जाति व जनजाति कल्याण
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निर्दलीय सुमित कुमार सिंह को विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री बनाया गया