लोक आस्था के महापर्व छठ की चारों तरफ धूम मची हुई है और पूरा माहौल छठ के गीतों से भक्तिमय हो गया है, सभी लोग अपने-अपने तरीके से साफ-सफाई से लेकर व्रतधारियों की सेवा में लगे हुए हैं वहीं आज खरना के साथ लोक आस्था के इस महाअनुष्ठान के व्रत का शुरुआत हो गया है.
छठ पर्व को लेकर देव का पौराणिक सूर्य कुंड तालाब और सूर्य मंदिर रोशनी से जगमगा उठा है. सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये गये है. रविवार की शाम अस्ताचल को पहला अर्घ और सोमवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ के साथ 36 घंटे के निर्जला उपवास का समापन होगा.
इससे पहले छठ महापर्व के दूसरे दिन यानी शनिवार की शाम व्रतियों ने खरना किया. इस दौरान विभिन्न घाटों व घरों में व्रतियों ने पूरी आस्था व स्वच्छता के साथ खरना का प्रसाद खीर व रोटी महाप्रसाद बनाया और ग्रहण करने के बाद व्रती दो दिनों के लिए भगवान भास्कर के भक्ति में लीन हो गये.
पटना में जिला प्रशासन की ओर से व्रतियों के लिए गंगा नदी और तलाब के किनारे भी व्यवस्था किए गए हैं. पटना जिला प्रशासन की ओर से पटना में गंगा नदी के किनारे करीब 100 घाटों और 90 तालाब और पार्कों में व्रतधारियों के लिए भगवान भास्कर को अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है. सभी घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हैं. किसी भी घटना की आशंका को लेकर भी इन घाटों पर पुलिस की तैनाती की गई है.
महापर्व छठ की धूम बाजार से घर तक है. चारों ओर चहल-पहल है. पटना के साथ दूर-दराज के इलाकों तक में साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की गई है. किसी भी अप्रिय घटना को देखते हुए प्रशासन भी मुस्तैद है. रविवार को शाम का अर्घ्य व्रती देंगे इसके बाद सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा.