bihar vidhan parishad election 2020 : नयी दिल्ली/पटना : बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को अपने दो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. भाजपा ने अपने राष्ट्रीय मीडिया सह-प्रमुख संजय प्रकाश और सम्राट चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि, विधान परिषद की दो सीटों के लिए भाजपा में दो दर्जन से अधिक लोग अपनी दावेदारी जता रहे थे. इनमें से कुछ गंभीर दावेदार का भी दावा कर रहे थे.
वहीं, समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, भाजपा के संख्याबल को देखते हुए संजय प्रकाश और सम्राट चौधरी का चुना जाना लगभग तय है. भाजपा ने संजय प्रकाश उर्फ संजय मयूख को दूसरे कार्यकाल के लिए नामित किया है. जबकि, आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए अशोक चौधरी की उम्मीदवारी को अहम माना जा रहा है. अशोक चौधरी कोइरी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जो पिछड़ी जाति में आती है. उनके पिता शकुनी चौधरी भी एक अनुभवी राजनेता है, जो कई बार पार्टियां बदल चुके हैं.
गौर हो कि भाजपा के तीन विधान पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हुआ है. इनमें कृष्ण कुमार सिंह, संजय प्रकाश उर्फ संजय मयूख और राधा मोहन शर्मा हैं. संजय मयूख अभी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया सह प्रभारी है. जबकि, राधा मोहन शर्मा प्रदेश संगठन में पदधारक हैं. वहीं इससे पहले मंगलवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुलाम गौस, भीष्म सहनी और कुमुद वर्मा को विधान परिषद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है.
सूत्रों का कहना है कि जदयू ने इसके साथ ही पार्टी ने अतिपिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज को एक बार फिर से अपनी प्राथमिकता में रखा है. ये तीनों उम्मीदवार जदयू की तरफ से विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन करेंगे. दूसरी ओर राज्य के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी को इस बार राज्यपाल कोटे से विधान परिषद की सदस्यता हासिल कर सकते हैं. गुलाम गौस इसके पहले भी विधान परिषद के सदस्य रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले वे राजद छोड़कर जदयू में शामिल हुए थे.
वहीं, जदयू ने कुमुद वर्मा को महिला कोटे से सीट देते हुए विधान परिषद में भेजने का निर्णय लिया गया है. कुमुद वर्मा बिहार के जहानाबाद जिले से संबंध रखती हैं और अतिपिछड़ा समाज से आती हैं. उधर, भीष्म सहनी भी पार्टी के पुराने नेता हैं. वे अतिपिछड़ा समाज से हैं और बगहा से आते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भी उन्हें पार्टी का उम्मीदवार बनाने की चर्चा थी.
भारत निर्वाचन आयोग (Election commission of India) ने बिहार एमएलसी चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दिया है और इसके अनुसार बिहार विधान परिषद की 9 सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया के तहत नॉमिनेशन 25 जून तक कराया जा सकेगा. इसके बाद 26 जून को स्क्रूटनी का कार्य होगा और नाम वापसी की अंतिम तारीख 29 जून रखी गई है. इसके बाद 6 जुलाई को ही वोटिंग कराई जाएगी और उसी दिन वोटों की गिनती कराई जाएगी.