बिहार पुलिस में कई वर्षों से प्रमोशन का इंतजार कर रहे जवानों व अधिकारियों के लिए शुक्रवार को अच्छी खबर मिली है. बिहार पुलिस के एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सूबे के 1168 पुलिस अवर निरीक्षकों (एसआइ) को पुलिस निरीक्षक (इंस्पेक्टर) का कार्यकारी उच्चतर प्रभार सौंप दिया गया. इन एसआइ को जल्द ही जिला सहित विभिन्न पुलिस इकाइयों में इंस्पेक्टर के पद पर तैनाती की जायेगी. इसके साथ ही करीब 200 इंस्पेक्टरों को डीएसपी का उच्चतर प्रभार दिये जाने को लेकर गृह विभाग को प्रस्ताव सौंपे जाने का निर्णय लिया गया है. फिलहाल इन पुलिस निरीक्षकों के सेवा अभिलेखों एवं वरीयता की जांच की जा रही है.
7142 पुलिसकर्मियों को कार्यकारी उच्चतर प्रभार सौंप दिया गया
एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि पीटीसी उत्तीर्ण सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर रैंक के लगभग 11 हजार पुलिसकर्मियों उच्चतर प्रभार दिये जाने की कार्ययोजना के तहत अब तक 2685 सिपाही को एएआइ का, 3289 एएसआइ को एसआइ का और 1168 एसआइ को इंस्पेक्टर सहित कुल 7142 पुलिसकर्मियों को कार्यकारी उच्चतर प्रभार सौंप दिया गया है.
सेवा अभिलेखों की जांच की जा रही
इनके अलावा 400 सिपाही को एसआइ, 2400 एएसआइ को एसआइ और 280 एसआइ को इंस्पेक्टर सहित कुल 3080 पदों पर उच्चतर प्रभार दिये जाने को लेकर उनके सेवा अभिलेखों की जांच की जा रही है. इन पदाधिकारी-कर्मियों के सेवा अभिलेख अपूर्ण होने, इनमें त्रुटि होने या एसीआर पूर्ण नहीं होने से दिक्कत हुई है. उच्चतर मिल जाने पर उक्त पुलिस पदाधिकारी व कर्मी उच्च पदों पर कार्य करते हुए उन पदों की शक्तियों का इस्तेमाल कर सकेंगे, लेकिन उनका वेतन बढ़ोतरी या प्रोन्नति मान्य नहीं होगा.
प्रशिक्षण के लिए 22 अतिरिक्त प्रशिक्षण केंद्र तैयार
उल्लेखनीय है कि बड़ी संख्या में बिहार पुलिस के नवनियुक्त व प्रोन्नत होने वाले पदाधिकारियों-कर्मियों के प्रशिक्षण को लेकर गृह विभाग ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. इसके तहत सिपाही से डीएसपी स्तर के कर्मियों के प्रशिक्षण को लेकर पहले से स्वीकृत चार केंद्रों के अतिरिक्त 22 नये प्रशिक्षण केंद्र बनाये गये हैं. 14 जिलों में चल रहे बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बी-सैप) की 22 वाहिनियों के पड़ाव स्थलों को ही प्रशिक्षण केंद्र के रूप में अधिसूचित किया गया है. फिलहाल भागलपुर के नाथनगर और जमुई के सिमुलतला में सिपाही, डुमरांव में सैन्य पुलिस और राजगीर के बिहार पुलिस अकादमी में ही प्रशिक्षण की व्यवस्था है.
वाहिनियों के समादेष्टा निभायेंगे प्राचार्य की भूमिका
अधिसूचना के मुताबिक बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की संबंधित वाहिनियों के समादेष्टा प्राचार्य और उपसमादेष्टा उपप्राचार्य के रूप में भी कार्य करेंगे. उनके द्वारा केंद्र में संचालित होने वाले प्रशिक्षण कार्यों का संपादन, अनुशासन, प्रशिक्षण की गुणवत्ता, प्रशिक्षणोपरांत परीक्षा का संचालन एवं परिणाम का प्रकाशन करना जैसे महत्वपूर्ण दायित्व निभाये जायेंगे. प्रशिक्षकों की व्यवस्था बिहार पुलिस से ही चयन एवं प्रतिनियुक्ति कर की जायेगी. विभाग ने कहा है कि अतिरिक्त प्रशिक्षण केंद्रों में बुनियादी प्रशिक्षण के अतिरिक्त पुलिस पदाधिकारी-कर्मियों पुनश्चर्या प्रशिक्षण, प्रोन्नत चर्चा प्रशिक्षण, सेवाकालीन विशिष्ट प्रशिक्षण, दंगा निरोधी प्रशिक्षण और महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा आदि विशिष्ट प्रशिक्षण दिये जायेंगे.
इस साल 75543 नये पदों का सृजन
मालूम हो कि बिहार पुलिस मुख्यालय ने आबादी के मुताबिक पुलिसकर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस साल 75543 पदों का सृजन किया है, जिससे बिहार में पुलिसकर्मियों का कुल स्वीकृत बल 2,27,817 हो गया है. इनमें 48447 पद सीधी नियुक्ति से, जबकि शेष प्रोन्नति से भरे जाने हैं. 21 हजार से अधिक सिपाहियों के चयन को लेकर बहाली प्रक्रिया चल रही है.
इन केंद्रों पर प्रशिक्षण की मिली मंजूरी
बी-सैप एक पटना, बी-सैप दो डिहरी, बी-सैप तीन बोधगया, बी-सैप चार डुमरांव, बी-सैप पांच पटना, बी-सैप छह मुजफ्फरपुर, बी-सैप सात कटिहार, बी-सैप आठ बेगूसराय, बी-सैप नौ जमालपुर, बी-सैप 10 सिमुलतला, जमुई, बी-सैप 11 सिमुलतला जमुई, बी-सैप 12 भीमनगर सुपौल, बी-सैप 13 दरभंगा, बी-सैप 14 पटना, बी-सैप 15 भीमनगर सुपौल, बी-सैप 16 पटना, बी-सैप 17 बोधगया, बी-सैप 18 डुमरांव, बी-सैप 19 बेगूसराय, बी-सैप (महिला) सासाराम, बिहार स्वाभिमान विशेष सशस्त्र पुलिस बगहा और अश्वारोही विशेष सशस्त्र पुलिस आरा.