बिहार में कोरोना की तीसरी लहर तेज रफ्तार में बढ़ रही है. कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन के भी मरीज लगातार सामने आ रहे हैं. इस बार के हालात पिछली लहर की तरह तो नहीं है लेकिन लोगों के अंदर भय भरा हुआ है. इस बीच अब एक नये आफत ने लोगों के अंदर नया भय पैदा कर दिया है. बिहार पशु विज्ञान विश्विद्यालय के कुक्कुट प्रक्षेत्र में करीब 300 से अधिक मुर्गियां मर गयी हैं जिससे हड़कंप मचा हुआ है. अचानक इतनी बड़ी तादाद में मुर्गियों की मौत की वजह क्या है, इसे लेकर लैब से आने वाले जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
बिहार वेटनरी कॉलेज के फॉर्म में पिछले दो दिनों से लगातार मुर्गियों के मरने का सिलसिला जारी है. इन मौतों को बर्ड फ्लू से जोड़कर भी देखा जा रहा है लेकिन इसकी अभी पुष्टि नहीं की गयी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृत मुर्गियों का सैंपल जांच के लिए कलकत्ता भेजा गया है. लैब से जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर मौत किन वजहों से हो रही है. उधर बिहार में जिस तरह कड़ाके की ठंड पिछले दो दिनों से है, उसे लेकर एक आशंका यह भी है कि ठंड भी इन मौतों की वजह हो सकती है. अब लैब से जांच रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है.
पिछले 48 घंटों के अंदर बड़ी संख्या में मुर्गियों की मौत होने पर वेटनरी कॉलेज के फॉर्म में काम करने वाले कर्मियों को भी अलर्ट कर दिया गया है. कर्मचारियों को पूरी सावधानी के साथ काम करने का निर्देश दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ वेटनरी कॉलेज में मुर्गियों के रखरखाव को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. उधर कोरोना संक्रमण जब पूरी तरह सूबे में पांव पसार चुका है, उस बीच अब ये नयी आफत सामने आने के बाद लोगों में भी दशहत है.
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गौरतलब है कि बिहार में ठंड भी अभी पिछले दो दिनों से चरम पर है. गुरुवार को पटना का न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. ठंड का आलत ये था कि जम्मू से अधिक कनकनी बिहार में रही. वहीं कोरोना संक्रमण के मामले भी बिहार में लगातार बढ़ रहे हैं. रोजाना हजारों मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं मौत के आंकड़े भी लगातार बढ़ ही रहे हैं. अब लोगों में यह शंका भय पैदा कर रही है कि क्या बर्ड फ्लू एक नयी आफत बनकर सामने आ चुकी है.
Posted By: Thakur Shaktilochan