पटना के पत्रकार नगर थाने के मुन्ना चक योगीपुर नहर इलाके में सोमवार की शाम बाइक सवार बदमाशों ने पटना में करीब 15 साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय कुख्यात भोला राय उर्फ अरविंद कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी. भोला उसी इलाके में छिप कर रह रहा था और भूमि को कब्जा करने में अहम भूमिका निभा रहा था. इसका नाम वर्ष 2009 में कुर्जी इलाके में हुए उत्तरी मैनपुरा पंचायत के दबंग पूर्व मुखिया रंजीत सिंह और वर्ष 2018 में गर्दनीबाग इलाके के वार्ड पार्षद व पूर्व डिप्टी मेयर अमरावती देवी के पति दीना गोप की हत्या में आया था.
भोला राय ने बालू खनन और जमीनी विवाद को लेकर कांट्रेक्ट पर दस लाख रुपये लेने के बाद रंजीत सिंह की हत्या कर दी थी. साथ ही दीना गोप की हत्या भी बेऊर के हरनीचक इलाके में 25 कट्ठे की जमीन के विवाद में विकास सिंह के साथ मिल कर की थी. दीना गोप की हत्या में एके 47 राइफल का उपयोग किया गया था, जिसे पुलिस अभी तक बरामद नहीं कर पायी है. रंजीत सिंह हत्याकांड में भोला राय को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. इसके अलावा भोला राय का नाम बेऊर इलाके में टुनटुन राय पर फायरिंग के मामले में भी सामने आया था. पुलिस ने इसे जगनपुरा इलाके से गिरफ्तार किया था और जेल भेज दिया था.
सूत्रों का कहना है कि भोला राय दो साल पहले जमानत पर छूटा और इसने जगनपुरा, मुन्नाचक, दियारा इलाका व फतुहा में अपना ठिकाना बना रखा था. यह मूल रूप से परसा के सोताचक का रहने वाला है. एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि इसके खिलाफ परसा बाजार, मसौढ़ी, पाटलिपुत्र, बुद्धा कॉलोनी, कंकड़बाग, बेऊर, कदमकुआं व गर्दनीबाग थाने में कई मामले दर्ज थे. घटनास्थल के आसपास का सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है और अपराधियों की पहचान की जा रही है.
भोला राय ने हाल के दिनों में कांट्रेक्ट किलिंग का धंधा बंद कर दिया था और भूमि से जुड़े धंधे को करने लगा था. विवादित भूमि को कब्जा करना उसका पहले से काम रहा है. सूत्रों का कहना है कि हाल में ही एक जमीन के विवाद को लेकर कुछ लोगों से उसका मनमुटाव हुआ था और इसकी हत्या उसी का परिणाम बतायी जा रही है. यह मुन्ना चक योगीपुर इलाके में भूमिगत रूप से रह रहा था. हालांकि इसका एक और ठिकाना जगनपुरा इलाके में भी था.
सूत्रों का कहना है कि भोला सोमवार को पहले फतुहा गया और फिर मुन्ना चक पहुंचा. इसके बाद वह बाइक से ही जगनपुरा जाने के लिए निकला था और इसी दौरान बाइक सवार अपराधियों ने पहले उसे पीठ में गोली मारी और फिर जब यह बाइक लेकर गिर पड़ा तो उसके सीने में गोली मार कर हत्या कर दी. उसके ठिकाने की जानकारी केवल ग्रुप के सदस्यों को ही थी. वह शाम में उस इलाके में पहुंचा, जिसकी जानकारी उसके ही करीबियों को थी. लेकिन पहले से घात लगाये अपराधियों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इसके कारण इलाके में अफरातफरी मच गयी. जिस तरह से यह घटना हुई है, उससे स्पष्ट है कि इसके ही ग्रुप के लोगों ने आपसी रंजिश में इसकी हत्या कर दी है.
Also Read: बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने जाएंगे तेजस्वी यादव या नहीं? डिप्टी सीएम ने खुद दिया जवाब
सूत्रों का कहना है कि उसे दो गोली लगी और वह खून से लथपथ होकर गिर गया. उसके साथ दो-तीन लोग और थे, जो अलग-अलग बाइक से थे, लेकिन घटना के बाद वे लोग वहां से निकल गये. घटना की जानकारी मिलने पर पत्रकार नगर थाने की पुलिस पहुंची और उसे इलाज के लिए ओल्ड बाइपास पर स्थित राजेश्वर अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन कुछ ही देर में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. शरीर से काफी खून गिरने के कारण ही उसकी मौत हो गयी.