पटना : राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदलने के वक्तव्य पर निशाना साधा है. प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा है कि या तो पूरी दुनिया मूर्ख है या हम दूसरों की तुलना में ज्यादा होशियार हैं, जो यह मानते हैं कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी जो दुनियाभर की अर्थव्यवस्था, जीवन और सामग्री की प्रगति के लिए एक बड़े खतरे के रूप में सामने आयी है. वह बीमारी भारत को शीर्ष पर पहुंचा सकती है और हमारे लिए लाभ में बदल सकती है.
Either the whole WORLD is FOOLISH or WE are SMARTER than the REST to believe that a global pandemic like #COVID that has emerged as a major threat to lives, economies & material progress across the globe could be turned into our advantage and catapult India to top of the world.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) May 12, 2020
गौर हो कि प्रशांत किशोर ने बीते दिनों बिहार में सत्ताधारी जदयू से अपना रास्ता अलग कर लिया था. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने संबोधन में देश को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया और इसके लिए उन्होंने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान भी किया. इसी मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में सप्लाई चेन टूट गयी है और कई देशों को काफी नुकसान हुआ है. प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा कि हम सुनते आए हैं कि 21वीं सदी भारत की होनी है, लेकिन अब इसे साबित करने का अवसर आया है.
Also Read: Coronavirus Lockdown : बिहार की MSME इकाइयों, कर्मियों व संवेदकों को मिलेगा 20 लाख करोड़ के पैकेज का सर्वाधिक लाभ : सुशील मोदीवहीं, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा में पार्टी संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह ने बुधवार को ट्वीट कर कहा है कि केंद्र सरकार के आर्थिक पैकेज से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि वित्त मंत्री द्वारा किये गये आर्थिक पैकेज की घोषणा का स्वागत करता हूं. इससे हमारी अर्थव्यवस्था में और मज़बूती आयेगी और हमारी जनता को कोविड-19 महामारी के मुश्किल समय में आर्थिक राहत एवं मदद मिलेगी.
बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 21वीं सदी का आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा, देश के लिए एक अभूतपूर्व कदम है. इसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं. अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, रिजर्व बैंक के फैसले थे और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपये का है. पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि आर्थिक पैकेज बिहार के प्रतिपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी समेत विपक्षी दलों को पच नहीं रहा है. विपक्ष गरीबों के हित का नहीं, बल्कि चुनावी राजनीति कर रहा है. स्वदेशी अपनाओ-स्वदेशी बढ़ाओ, देश को आत्मनिर्भर बनाओ- यही सीख है, इस संकट घड़ी की. यही जरूरत है, समय की मांग है. इसका ज्वलंत उदाहरण खादी ग्रामोद्योग है.
पीएम के 20 लाख करोड़ वाले राहत पैकेज में बिहार को कृषि से संबंधित उत्पादों के लिए नयी योजनाएं मिलने की उम्मीद है. बिहार के कृषि विभाग के अनुसार पीएम का राहत पैकेज आत्म निर्भर यानी मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने वाला है. ऐसे में इसकी संभावना बढ़ गयी है कि कृषि संबंधित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कुछ नयी योजनाएं, उद्योग शुरू करने वालों को सब्सिडी आदि की और सुविधा मिले. इसके अलावा कोरोना के दौरान यह बात सामने आयी है कि लोकल खाद्य प्रोडक्ट ही बाजार में उपलब्ध हो पाये हैं. इसलिए सरकार विभिन्न प्रकार के फुड प्रोसेसिंग उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भी राहत पैकेज में कुछ हो सकता है.
वहीं, स्थानीय स्तर पर सब्जी, फल या अन्य खाद्य पदार्थों के भंडारण की क्षमता विस्तार के लिए भी कुछ विशेष योजनाएं चलायी जा सकती है. सरकार खाद्य पदार्थों के पैकेजिंग, प्रोसेसिंग, ब्रांडिंग पर कुछ काम कर सकती है. इसके अलावा पूर्व से चल रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, सिंचाई योजना आदि पर और कुछ सुविधाओं का प्रस्ताव हो सकता है. कृषि अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री के आगे घोषणाओं के सबकुछ स्पष्ट हो पायेगा.