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पाकिस्तान और बंगलादेश से मंगवाते थे हवाला का पैसा, पटना और लखीसराय से पांच गिरफ्तार, ATS ने शुरू की जांच

गिरफ्तार अपराधी पाकिस्तान और बंगलादेश से हवाला और साइबर फ्रॉड के पैसे को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाते थे. हर दिन लाखों रुपये इन खातों में आते हैं. इसके बाद सरगना इन शातिरों को शाम को अपना अकाउंट नंबर देता है.

बिहार पुलिस ने नाबालिग समेत पांच साइबर अपराधियों को लखीसराय और पटना से गिरफ्तार किया है. हालांकि, छापेमारी के दौरान पांच अपराधी फरार हो गये. इनके पास से दो लाख 58 हजार सात सौ रुपये, 13 मोबाइल, 12 एटीएम कार्ड, 16 सिम, छह बैंक पासबुक, दो चेकबुक, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइकार्ड, इ-श्रम कार्ड व आधार कार्ड बरामद किये गये हैं.

एटीएस ने शुरू की जांच

सभी शातिर पाकिस्तान और बंगलादेश से हवाला और साइबर फ्रॉड के पैसे को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाते थे. हर दिन लाखों रुपये इन खातों में आते हैं. इसके बाद सरगना इन शातिरों को शाम को अपना अकाउंट नंबर देता है. उस खाते में ये शातिर कैश डिपोजिट मशीन से पैसा डालते हैं. अकाउंट में पैसा डालने वाले को 15 हजार महीना या 300 रुपये रोज मिलते हैं. वहीं जो इन खातों का हिसाब-किताब रखता है, उसे 20 हजार महीना दिया जाता है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी जानकारी एटीएस को दे दी गयी है. एटीएस ने जांच भी शुरू कर दी है.

पटना और लखीसराय से पांच गिरफ्तार

लखीसराय एसपी को सूचना मिली कि जानकीडीह के कुछ लड़के गरीब लोगों को पैसे का लालच देकर उनका अकाउंट और एटीएम कार्ड ले लेते हैं. इसके बाद उसमें साइबर क्राइम का पैसा मंगवाते हैं. एसपी के निर्देश पर इंस्पेक्टर कुमार संजीव, वैभव कुमार और एसआइ कुमार गौरव की टीम ने छापेमारी शुरू की. टीम ने सबसे पहले लखीसराय के जानकीडीह बेलदरिया निवासी पंकज कुमार को पकड़ा गया, उसके पास से दो मोबाइल और दो एटीएम कार्ड, दो सिम तथा 37 सौ रुपये बरामद किये गये. इसके बाद लखीसराय के पचना रोड चौक से जानकीडीह बेलदरिया के ही संतोष कुमार को पकड़ा गया. इसके बाद पुलिस पटना पहुंची. पुलिस ने पटना के नया टोला से रतन को गिरफ्तार किया. रतन ने ललन का नाम बताया. पुलिस जैसे ही दीघा के मिथिला कॉलोनी से ललन को पकड़ा, उसने अपना फोन पटककर तोड़ दिया. उसके फोन में काफी साक्ष्य हैं.

500 से अधिक बैंक अकाउंट, जिसमें करोड़ों रुपये आये

जांच हुई तब पता चला कि यह गिरोह साइबर फ्रॉड के धंधे के साथ साथ हवाला के धंधे में भी शामिल है. जलसाजों के पास से 500 से अधिक बैंक अकाउंट होने की जानकारी पुलिस को मिली है. यह भी जानकारी मिली कि इन खातों में पाकिस्तान और बंगलादेश से भी करोड़ों रुपये आये हैं. जानकारी के अनुसार मामले में किउल का अमरजीत, दीघा का राजा, विशाल और बुद्धा कालोनी का संतोष फरार है. छानबीन में पता चला कि राजा किउल के विनोद मंडल का दामाद है. राजा और विशाल ने ही लखीसराय के युवकों को साइबर फ्रॉड की ट्रेनिंग दी. अब तक की जांच के अनुसार दीघा का राजा, विशाल और बुद्धा कालोनी का संतोष ही गिरोह के टॉप मेंबर हैं.

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रुपये देकर गरीब लोगों से लेते हैं पासबुक, सिम और एटीएम कार्ड

गिरफ्तार पंकज व संतोष ने बताया कि वह गरीब लोगों से बैंक खाता, सिम, एटीएम कार्ड रुपये देकर ले लेते हैं और किऊल के रामसीर गांव निवासी रतन कुमार को देते हैं. पटना से गिरफ्तार रतन ने बताया कि वह किऊल थाना क्षेत्र के ही रामसीर गांव निवासी ललन सहित एक अन्य को एटीएम, खाता और सिम देता था. पकड़े गये ललन सिंह ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सारा धंधा चलता है. इसमें अमरजीत कुमार और विनोद मंडल का दामाद राजा, दीघा पटना का विशाल कुमार और बुद्धा कॉलोनी, पटना के संतोष कुमार के सहयोग से हवाला और साइबर क्राइम के रुपये निकाल कर संतोष व विशाल द्वारा दिये गये खाते में भेजा जाता है. एसपी ने बताया कि मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा चार लोग फरार हैं.

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