बिहार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े तो कोविड टेस्ट में भी सरकार ने रफ्तार तेज कर दी. कोरोना की तीसरी लहर के दौरान बिहार में लोग होम टेस्टिंग किट का भी इस्तेमाल काफी अधिक कर रहे हैं. इस किट को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस किट से जांच के बाद रिपोर्ट की कानूनी वैद्यता को लेकर सरकार का पक्ष रखा है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना जांच के लिये तैयार किये गये होम टेस्टिंग किट को आइसीएमआर ने एप्रूव किया है. इससे कोई भी व्यक्ति अपनी जांच कर सकता है.
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अपने स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग के लिए होम टेस्टिंग किट की रिपोर्ट को जब तक कोविन पोर्टल पर अपलोड नहीं किया जाता, तब तक उसकी कानूनी वैधता नहीं है. उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन किट से किये गये जांच को अभी तक पोर्टल पर अपलोड करने की व्यवस्था नहीं की गयी है. इस मामले पर केंद्र सरकार से भी बात की है.
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अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कोई व्यक्ति अगर कोरोना की होम टेस्टिंग किट में पॉजिटिव पाया जाता है तो वह फिर से कोविन पोर्टल की सुविधा वाले केंद्र पर अपनी जांच करा कर रिपोर्ट अपलोड करा लें. अभी एप पर किसी होम किट के रिजल्ट को अपलोड करने की सुविधा नहीं दी गयी है. राज्य में फर्जी आइडी पर टीकाकरण को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि यह सबसे बड़ा अपराध है. ऐसी घटनाओं की जांच कराकर कठोर कार्रवाई की जायेगी.
बता दें कि बिहार में कोविड टेस्ट के लिए लोग अब होम टेस्टिंग किट का भी धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं ऐसे कई मामले देखे जा रहे हैं जब लोग टेस्ट किट से खुद जांच कर लेते हैं जबकि जानकारी छुपाने के लिए कई तरकीब आजमाते हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan