बिहार में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक द्वारा आए दिन नए फरमान या आदेश जारी किए जा रहे हैं. स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति बढ़े इसके लिए भी लगातार सख्ती बरतने के साथ ही निरीक्षण किए जा रहे हैं. के के पाठक ने अब एक बार फिर से राज्य के सभी जिला पदाधिकारियों को एक पत्र भेजा है. इस पत्र में केके पाठक ने शिक्षा पदाधिकारियों से रोज शाम को प्रधानाध्यापकों से संवाद करने को कहा है.
75309 सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों संवाद करेंगे डीईओ
के के पाठक ने निर्देश के बाद अब राज्य के 75309 सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के साथ सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी रोज शाम चार बजे सीधा संवाद करेंगे. यह संवाद वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये होगा. इस आशय की हिदायत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दी हैं. अपर मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों से इस समीक्षा बैठक को गंभीरता से लेने की चेतावनी दी है.
केके पाठक ने चर्चा के बिंदु भी किये तय
अपर मुख्य सचिव पाठक ने प्रारंभिक स्कूलों और प्लस टू स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से चर्चा के बिंदु भी तय कर दिये हैं. अपर मुख्य सचिव ने अपने पत्र में बताया है कि प्रधानाध्यापकों के साथ वर्चुअल मोड में समीक्षा करने के निर्देश पहले भी दिये गये, लेकिन उसके आशानुकूल परिणाम नहीं आये हैं. दरअसल अभी होने वाली मीटिंग में केवल 65 हजार प्रधानाध्यापक ही जुड़ रहे हैं. केवल एक दिन यह संख्या 70 हजार पहुंची थी, जबकि प्रदेश में सरकार स्कूलों की संख्या 75309 है. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को चेतावनी दी है कि वह इस समीक्षा बैठक को गंभीरता से लें.
इन बिंदुओं पर चर्चा करेंगे शिक्षा पदाधिकारी
प्राथमिक और मध्य स्कूलों से चर्चा के निर्धारित बिंदुओं में मध्य विद्यालयों में फैकल्टी की व्यवस्था, विद्यालयों में कक्षाओं के लिए अस्थायी ढांचे की तैयरी, अभिभावकों के साथ बैठक, आइसीटी लैब की स्थापना, डीएलएड के विद्यार्थियों के माध्यम से कक्षा कराना, मिड डे मील आदि शामिल हैं. इसी तरह माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्यों से फैकल्टी रखने के अलावा कक्षा 11 वीं के नामांकन की स्थिति, विकास कोष एवं छात्र कोष से हाउसकीपिंग , स्कूल के कक्ष विस्तार और आइसीटी लैब आदि बिंदुओं पर चर्चा करने के निर्देश दिये गये हैं.
पहले भी के के पाठक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए दिया था आदेश
बता दें कि इससे पहले भी अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेज कर स्कूलों में हो रही गतिविधियों की जानकारी प्रति दिन चार बजे वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से लेने का निर्देश दिया था. साथ ह शिक्षकों की उपस्थित को भी मॉनिटर करने क निर्देश दिया गया था. इसके लिए के के पाठक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए आवश्यक उपकरण जैसे हाई स्पीड इंटरनेट, कंप्युटर, टीवी इत्यादि उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया था.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नहीं जुड़ने पर हेडमास्टर पर हो सकती है कार्रवाई
केके पाठक द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया था कि जिस दिन हेडमास्टर छुट्टी पर रहते हैं उस दिन स्कूल के प्रभारी शिक्षक वीसी से जुड़ेंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ज्यादा से ज्यादा स्कूलों के हेडमास्टर जुड़े इसके लिए शिक्षा विभाग की तरफ से एक बार फिर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजा गया है. इसके बावजूद यदि कोई हेडमास्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नहीं जुड़ते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.