बिहार के आईपीएस होमगार्ड के आईजी विकास वैभव विकास वैभव बीते कई दिनों से सुर्खियों में बने हुए हैं. ट्विटर पर अग्निशमन एवं होमगार्ड सर्विसेज की डीजी शोभा ओहतकर पर विकास वैभव ने प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. लेकिन विकास वैभव को अब जान के खतरे का डर सता रहा है. सोमवार को आइजी विकास वैभव ने गृह विभाग को इस संबंध में एक चिट्ठी लिखी है. विकास वैभव ने अपने इस पत्र में तमाम हालातों का सिलिसलेवार विवरण दिया है. उन्होंने अपने इस पत्र में ट्रांसफर की मांग रखी है. आवेदन में उन्होंने उन हालातों का जिक्र किया है जिसमें कथित तौर पर होमगार्ड डीजी शोभा अहोतकर ने उन्हें प्रताड़ित किया है.
छुट्टी से लौटते ही IG विकास वैभव ने गृह विभाग को पत्र लिख कर कहा कि मैं कई महीनों से प्रताड़ित हूं, मैं और मेरा परिवार मानसिक तौर पर बेहद परेशान है. उन्होंने कहा कि मेरे लिए एक दिन भी काम करना खतरे से खाली नहीं है. वर्तमान स्थिति में मेरे लिए एक दिन भी काम करना खतरे से खाली नहीं है. मेरे साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है इसलिए मुझे दूसरे विभाग में भेजा जाए. विभाग नहीं बदलने पर विकास वैभव ने अवकाश की मांग की है.
आईपीएस विकास वैभव ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि ‘दिनांक 08.02.2023 को क्रय समिति की बैठक के दौरान महानिरीक्षक सह महासमादेष्टा महोदया द्वारा मुझे सभी के समक्ष तीन बार Bloody IG कहा गया और पुलिस महानिरीक्षक सह उप समादेष्टा-II श्री बिनोद कुमार को अपमानित करके और Get Out कहकर सभाकक्ष से निकाल दिया गया. इन कारणों से मैं अत्यंत विचलित और मानसिक रूप से परेशान हो गया और बैठक के बाद हुए अपमान के कारण मुझे पूरी रात नींद नहीं आई.
आईपीएस विकास वैभव ने चिट्ठी में आगे लिखा कि मेरे समझ में नहीं आ रही थी कि क्या किया जाए. उसी मनोदशा में देर रात्रि 1.43 बजे मुझे एक ट्वीट करने की इच्छा हुई और मैंने ट्वीट कर दिया. परंतु कुछ मिनट बाद ही मुझे लगा कि ट्वीट नहीं करते हुए मुझे सरकार को अवकाश के लिए आवेदन देना चाहिए और मैंने ट्वीट डिलीट कर दिया. ट्वीट डिलीट करने के पश्चात ट्वीट के प्रसारण में मेरी कोई भूमिका नहीं है.’