पटना. कटिहार जिले के बारसोइ थानांतर्गत बिजली विभाग के कार्यालय में बवाल व फायरिंग में दो लोगों की मौत मामले में बिहार पुलिस मुख्यालय ने कटिहार के डीएम और एसपी से विस्तृत साझा रिपोर्ट तलब की है. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने गुरुवार को कहा कि अब तक बारसोइ मामले में 26 वर्षीय सोनू साह और 30 वर्षीय मो. खुर्शीद की मौत की जानकारी मिली है. दंडाधिकारी की मौजूदगी में शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी हुई है. मो खुर्शीद का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है. एक जख्मी नियाज का पलना पोखर में इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि भीड़ के हमले में एक डीएसपी, चार पुरुष अवर निरीक्षक, एक महिला अवर निरीक्षक व तीन सिपाही समेत नौ पुलिसकर्मी जबकि सहायक अभियंता समेत छह विद्युत कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इसके अलावा दर्जनों पुलिसकर्मियों को हल्की चोट आयी हैं.
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है
एडीजी ने बताया कि कटिहार में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. हवाई फायरिंग की जगह शरीर पर गोली चलाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सारी बातें डीएम-एसपी की संयुक्त रिपोर्ट के बाद ही बतायी जा सकेगी. फिलहाल बारसोई में हालात नियंत्रण में है. पुलिस मुख्यालय के स्तर से दो कंपनी अतिरिक्त लाठी बल और एक कंपनी क्षेत्रीय पुलिस बल की प्रतिनियुक्त की गयी है. अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निबटने का निर्देश दिया गया है.
पावर होल्डिंग कंपनी ने रखा पक्ष
इधर, कटिहार के बारसोइ स्थित विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय के समक्ष हंगामा व गोलीबारी मामले में बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी ने भी अपना पक्ष रखा है. बिजली कंपनी ने कहा कि 132/33 केवीए बारसोइ ग्रिड उपकेंद्र से 33 केवीए बारसोई, सन्हौली और आजमनगर फीडरों को विद्युत आपूर्ति की जाती है. ग्रिड उपकेंद्र बारसोइ को 132 केवी की विद्युत आपूर्ति पूर्णिया स्थित पावर ग्रिड (भारत सरकार) के उपकेंद्र से प्राप्त होता है, जो कि एक मात्र स्रोत है. विगत एक माह पहले बारसोइ में लो वोल्टेज की समस्या उत्पन्न होने पर ग्रिड उपकेंद्र बारसोइ के 50 एमवीए के पावर ट्रांसफार्मर के टैप पोजिशन को 6 से 11 करते हुए लो वोल्टेज की समस्या का निराकरण कर लिया गया. पुनः दो-तीन दिन पहले लो वोल्टेज की समस्या की जानकारी मिलने पर पता चला कि पूर्णिया पावर ग्रिड से ही 132 केवीए का पावर लो वोल्टेज पर प्राप्त हो रहा है.
दूर कर ली गयी थी परेशानी
कंपनी ने कहा कि 24 जुलाई को इआरएलडीसी कोलकाता से अनुरोध करने पर 25 जुलाई को ग्रिड उपकेंद्र बारसोई के दोनों 50 एमवीए ट्रांसफार्मर का टैप पोजिशन 11 के बढ़ाकर 13 किये जाने पर बारसोइ ग्रिड उपकेंद्र का वोल्टेज सामान्य हो गया. 25 जुलाई को ही लो वोल्टेज की समस्या का निराकरण किये जाने के बावजूद 26 जुलाई को विद्युत कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया. धरना प्रदर्शन के दौरान उग्र भीड़ के द्वारा कार्यालय के मुख्य द्वार को तोड़ दिया गया एवं कार्यालय के अंदर रखे गये उपस्कर जैसे कम्प्यूटर, लैपटॉप, दरवाजे, कार्यालय कर्मियों की गाड़ी आदि को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इससे विभाग का लगभग छह से सात लाख रुपये की क्षति हुई है.
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रिपोर्ट आने के बाद करेगी कार्रवाई
इस बीच, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि कटिहार मामले में जांच रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार जरूरी कार्रवाई करेगी. प्रशासन ने किन परिस्थितियों में बल का प्रयोग किया है इस बारे में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. मणिपुर की घटना पर भाजपा के लोग मुंह छुपाए घूमते हैं. 80 दिनों से मणिपुर जल रहा है लेकिन भाजपा की डबल इंजन सरकार स्थिति को नियंत्रित करने में अब तक नाकामयाब साबित हुई है. मंत्री मदन सहनी ने यह बातें गुरुवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहीं. इस दौरान परिवहन मंत्री शीला मंडल और अनुसूचित जाति व जनजाति कल्याण मंत्री रत्नेश सदा भी मौजूद रहे. तीनों मंत्रियों ने जनसुनवाई में पहुंचे फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया.