पटना हाइकोर्ट के अपह्रत वकील कुणाल गौरव त्रिपाठी को कोतवाली थाने की पुलिस ने वैशाली के देसरी स्थित एक मुर्गी फार्म से बरामद कर लिया है. वहीं चार अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके पास से घटना में प्रयुक्त बोलेरो, अपह्रत का मोबाइल और फिरौती के लिए प्रयुक्त मोबाइल भी मिली है.
गिरफ्तार आरोपितों में औरंगाबाद के मदनपुर निवासी चंदन कुमार, वैशाली के देसरी के रोहित कुमार, जंदाहा के सुभाष कुमार और प्रिंस कुमार शामिल है. इस संबंध में एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि वकील ने जिन लोगों से हाइकोर्ट में गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की थी, उन्हीं लोगों ने उनका अपहरण कर पांच लाख की फिरौती मांगी थी.
दरअसल शुक्रवार को वकील कुणाल गौरव का उस समय अपहरण कर लिया गया था, जब वह अपने पैतृक घर खुसरूपुर से पटना हाइकोर्ट के लिए राजेंद्र नगर टर्मिनल आये थे. इसी दौरान अपराधियों ने उन्हें बोलेरो पर बैठा कर वैशाली के देसरी स्थित अपराधी के मुर्गा फार्म पर ले गये थे. इस संबंध में परिजनों ने कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. घटना के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो ने सेंट्रल एसपी के नेतृत्व में एक टीम बनायी, जिसमें डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर के साथ-साथ कोतवाली थानाध्यक्ष को शामिल किया गया.
मिली जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपित चंदन सीमांचल सिक्योरिटी सर्विस में गार्ड के रूप में काम करता था. उसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वकील अपने आप को जज साहेब बता कर हाइकोर्ट में गार्ड की नौकरी दिलाने की बात करता था. इसी के कहने पर हमलोगों ने कई लोगों से पैसे की वसूली कर ली. इसके बाद जब नौकरी नहीं लगा तो सभी पैसा मांगने लगे. जब इस बात की जानकारी मैंने कथित रूप से जज साहेब बताने वाले राजा से कही तो वह टाल मटोल करने लगा. फिर फोन उठाना बंद कर दिया. मेरे अलावा मेरे साथी रोहित कुमार, सुभाष और प्रिंस भी इस जाल में फंस गये. पैसा नहीं लौटाने के साथ-साथ धमकी भी देने लगे. पैसा वापस लेने के लिए ही हम सभी ने मिलकर अपहरण की प्लानिंग बनायी.
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मिली जानकारी के अनुसार जब वकील राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंचे तो आरोपितों ने पहले उन्हें फोन किया. इसके बाद वकील को एक अभ्यर्थी को नौकरी दिलाने का झांसा देकर जबरदस्ती बोलेरो में बैठा लिया. इसके बाद आरोपितों ने वकील के फोन से पत्नी को फोन कर कुणाल से मारपीट की. उसका हाथ-पैर बांध दिया. जांच के दौरान पुलिस को अंतिम लोकेशन राजेंद्र नगर टर्मिनल मिला. वहीं से कड़ी दर कड़ी अपहरणकर्ताओं तक पुलिस पहुंच गयी और गिरफ्तार कर लिया.