बिहार सरकार के परिवहन विभाग ने सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में अब व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) और इमरजेंसी बटन लगाने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के निर्देश के बाद इसे अनिवार्य कर दिया गया है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए लगाए गाड़ियों में लगाए जाने वाले इस उपकरण के लिए तीन एजेंसियों का चयन किया गया है. परिवहन विभाग ने इससे संबंधित आदेश गुरुवार को जारी कर दिया है.
परिवहन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार एक जनवरी 2019 से पहले पंजीकृत सभी सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में वीएलटीडी तथा इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य हो गया है. इसके बाद अब पंजीकृत सभी सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में वीएलटी उपकरण पहले से ही लगकर आ रहे हैं. अगस्त तक सभी प्राइवेट बसों में भी वीएलटीडी एवं इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य कर दिया जायेगा. इसके साथ ही स्कूली छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी स्कूल बसों में पैनिक बटन लगाने का निर्देश जारी किया गया है.
परिवहन विभाग ने कुछ माह पहले ही कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन किया है यही से सार्वजनिक परिवहन की सभी गाड़ियों (बस, कैब, टैक्सी) की मानीटरिंग की जायेगी. सार्वजनिक वाहनों में सफर करने वाली महिलाएं या लड़कियां खतरे को देखते हुए इमरजेंसी बटन दबाएंगी तो कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा जिसके बाद तत्काल पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी.
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वहीं इसके अलावा इमरजेंसी अलर्ट, ओवर स्पीड और उपकरण के साथ छेड़छाड़ या तोड़े जाने पर भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को अलर्ट प्राप्त होगा. इसकी मदद से कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को वाहन के लोकेशन की रियल टाइम जानकारी भी मिलती रहेगी. वाहन मालिक भी इस साफ्टवेयर की मदद से अपने वाहनों की रियल टाइम स्थिति का पता कर सकते हैं.