बिहार में अभी एनडीए के अंदर सियासी हमले जारी हैं. मुकेश सहनी ने भाजपा के खिलाफ लगातार मोर्चा खोल रखा है. वहीं बीजेपी के नेताओं ने भी मुकेश सहनी को उसी तेवर में जवाब दिया है. इस प्रकरण में जहां मुकेश सहनी खुद को राजद सुप्रीमो लालू यादव का फॉलोवर बताते हैं तो वहीं तेजस्वी यादव को छोटा भाई बताकर आगे की राजनीति में भी दिलचस्पी दिखा चुके हैं. लेकिन मुकेश सहनी की पार्टी के विधायक ही अब उनके साथ नहीं दिख रहे हैं. विधायक राजू सिंह ने साफ लहजे में कह दिया है कि वो लालूवाद के विरोधी हैं और पार्टी से बढ़कर राजनीति करते हैं.
वीआईपी पार्टी के तीन विधायकों में एक राजू सिंह ने अपने ही नेता मुकेश सहनी से अलग अब बयान दे दिया है. राजू सिंह ने अभी मुकेश सहनी और बीजेपी के बीच चल रहे मतभेदों को लेकर कहा कि गठबंधन धर्म का पालन होना चाहिए. अभी जो भी चल रहा है वो सही नहीं है. उन्होंने कहा कि इसका गलत संदेश जा रहा है.
वीआईपी के विधायक राजू सिंह ने कहा कि हमारा बेस ही एंटी आरजेडी रहा है और हम उसी पर चल रहे हैं. हमलोग पार्टी से आगे बढ़कर राजनीति करने वालों में हैं. कहा कि एनडीए में रहकर लालू यादव और तेजस्वी यादव की बड़ाई करना सही नहीं है.
मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के विधायक राजू सिंह ने कहा कि समय के साथ बातों को बदलना हमारी फितरत में नहीं है. तेजस्वी और लालू यादव पर मुकेश सहनी के दिये बयान पर कहा कि- हो सकता है अभी उनको (मुकेश सहनी) अच्छे लगने लगे हों. कब बुरे लगे कब अच्छे लगने लग गये. लेकिन हमारे राष्ट्रीय नेता हैं इसलिए उनसे मिलकर पहले बात करेंगे. वहीं राजू सिंह ने साफ शब्दों में कह दिया कि वो लालूवाद के विरोधी हैं.
बता दें कि गठबंधन तोड़ने की धमकी देने के बाद मुकेश सहनी के सामने अब इस बात की चुनौती आ चुकी है कि उनके फैसले के साथ कितने विधायक रहेंगे. चुंकि खुद मुकेश सहनी भाजपा कोटे की सीट पर एमएलसी हैं और जीते हुए चार विधायकों में एक का निधन हो चुका है.
उधर मुकेश सहनी ने यह भी कह दिया था कि उन्हें कोई फिक्र नहीं कि उनके विधायक साथ रहेंगे या नहीं रहेंगे. जबकि भाजपा के तरफ से ये बयान आ चुका है कि मुकेश सहनी गीदड़ भभकी देते हैं. अगर उन्हें बाहर जाना है तो जाकर दिखाना चाहिए.
Posted By: Thakur Shaktilochan