पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पटना आने के बाद माना जा रहा था कि दोनों भाइयों के बीच मतभेद कम होंगे, लेकिन दोनों बेटों के एयरपोर्ट पर मौजूद देख जो थोड़ी बहुत उम्मीद जगी थी, वो राबड़ी आवास आते-आते खत्म हो गयी. लालू प्रसाद के बड़े बेटे की गाड़ी राबड़ी आवास के अंदर जाती इससे पहले ही गेट को बंद कर दिया गया. इससे गुस्साये तेज प्रताप ने बिना मां-पिता से मिले अपने आवास की ओर चले गये. वहां धरने पर बैठ गये हैं. तेज प्रताप का कहना है कि जब तक लालू प्रसाद नहीं आयेंगे वो धरना जारी रखेंगे.
तेज प्रताप एयरपोर्ट से ही लालू प्रसाद को अपने घर ले चलने की बात कर रहे थे, लेकिन एयरपोर्ट पर लालू ने बेटे की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया. मां के घर का दरबाजा बंद होने के बाद तेजप्रताप यादव ने अपनी गाड़ी घूमा लिया औऱ अपने घर चले गये.
घर जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि उन्हें लालू-राबडी आवास में घुसने से रोक दिया गया. एयरपोर्ट पर भी जगदानंद सिंह ने मुझे मेरे पिता के सामने धक्का दिया है. मुझे जलील किया गया है. अब मेरा राजद से कोई रिश्ता नाता नहीं रह गया है. मैं राजद से नाता तोड़ने का एलान कर रहा हूं.
उन्होंने कहा कि पिता औऱ मां से पहले ही यह बात हो चुकी थी कि दोनों को पांच मिनट के लिए उनके आवास पर चलना है, लेकिन पटना आने के बाद जगदानंद सिंह, एमएलसी सुनील सिंह औऱ संजय यादव ने मेरे घर आने से लालू प्रसाद को रोक दिया. उन्हें बंधक बना कर रख लिया है.
उन्हें पूरी उम्मीद थी कि पटना पहुंचने के बाद लालू उनके घर जायेंगे. तेजप्रताप यादव ने अपने आवास को फूलों से सजाया था. गेट पर लिखा था-वेलकम टू माय फादर. तेजप्रताप यादव लालू को अपने घर ले जाकर लोगों के बीच दूसरा मैसेज देना चाह रहे थे.
दरअसल लालू प्रसाद यादव रविवार की शाम पटना एय़रपोर्ट पर पहुंचे. तेजप्रताप यादव उनकी फ्लाइट के लैंड होने से काफी पहले ही एय़रपोर्ट पहुंच गये थे. तेजप्रताप यादव अपने भाई तेजस्वी से भी पहले एय़रपोर्ट पहुंच गये थे.
जैसे ही लालू एय़रपोर्ट से बाहर निकले, तेजप्रताप उनके करीब पहुंच गये. वे लालू के कानो में कुछ कहते दिखाई दे रहे थे. वे लालू के साथ उनकी कार तक गये औऱ अपने पिता की कार का गेट खोलकर उन्हें कार में बिठाया. इस पूरे समय वे लालू को कुछ कहते दिखाई दे रहे थे.
Posted by Ashish Jha