दानापुर-बक्सर रेलखंड पर रघुनाथपुर स्टेशन के पास बुधवार की रात 9.45 बजे 12506 डाउन नाॅर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. इस हादसे में ट्रेन के कुल 23 िडब्बे पटरी से उतर गये, िजनमें से छह डिब्बे पलटकर क्षतिग्रस्त हो गये. इसके अलावा एक डिब्बा दूसरे डिब्बे पर चढ़ गया. इस घटना में छह लोगों की मौत हो गयी, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. घायलों में 80 से 100 लोगों की स्थिति गंभीर है. 22 घायलों को देर रात पटना भेजा गया. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
हालांकि, बक्सर के डीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया कि चार ही लोगों की मौत हुई है. बताया जाता है कि बक्सर से खुलने के बाद ट्रेन तेज रफ्तार से पटना की ओग जा रही थी. रेल सूत्रों के अनुसार जैसे ही रघुनाथपुर स्टेशन गुमटी के पास पहुंची, प्वाइंट चेंज करने के दौरान तेज झटके के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. ट्रेन की रफ्तार इतनी तेज थी कि चार स्लीपर बोगियां प्लेटफॉर्म के अंतिम छोर पर पहुंच गयीं. क्रॉसिंग के पास पेंट्री कार और उसके बगल के दो कोच पलट गये थे. इस दुर्घटना में बिजली के कई पोल और तार क्षतिग्रस्त हो गये. बोगी नंबर बी-7 में बैठे गोविंद कुमार ने प्रभात खबर को फोन कर बताया कि बोगियों के पटरी से उतरने के बाद चीख पुकार मच गयी. हालांकि, घटना के कुछ ही देर बात स्थानीय पुलिस-प्रशासन और ग्रामीण वहां पहुंच गये और लोगों की मदद में जुट गये.
इधर, आरपीएफ कमांडेंट सीके पांडा ने बताया कि नाॅर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस आनंद बिहार टर्मिनल से आ रही थी. डुमरावं और बिहिया के बीच रघुनाथपुर स्टेशन के पास इसकी छह से सात बोगियां पटरी से उतर गयीं. मौके पर तत्काल ब्रह्मपुर पुलिस और डायल 112 की गाड़ी पहुंच गयी. रेंज डीआइजी नवीन चंद्र झा भी देर रात घटना स्थल पर पहुंचे. डीएम अंशुल अग्रवाल और पुलिस कप्तान मनीष कुमार भी घटना स्थल पर पहुंचे. इधर, दानापुर से डीआरएम डीके चौधरी, आरपीएफ इंस्पेक्टर दीपक कुमार, सीनियर डीसीएम सरस्वतीचंद और डीके पांडा सहित कई वरीय अधिकारी मेडिकल रिलीफ ट्रेन से घटना स्थल के लिए रवाना हो गये. इसके अलावा एक और मेडिकल रिलीफ ट्रेन रघुनाथपुर भेजी गयी. अधिकारियों के मुताबिक लोको पायलट को काफी चोटें आयी हैं. घालयों का इलाज बक्सर, आरा और पटना में कराया जा रहा है. पटना, दानापुर, बक्सर और आरा स्टेशन को घटना के फौरन बाद ही अलर्ट कर दिया गया था.
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इस घटना की वजह से रेल परिचालन बाधित हो गया है. कई ट्रेनें जहां-तहां रुकी रहीं. राजेंद्र नगर-कुर्ला एक्स्प्रेस, कुंभ एक्सप्रेस, पटना-बक्सर मेमू सवारी गाड़ी, पटना-पुणे सहित दर्जनों ट्रेनें पटना से लेकर आरा के बीच फंसी रही. रेलवे ने 21 ट्रेनों का मार्ग बदला है. इन ट्रेनों को डीडीयू, सासाराम व आरा होते हुए और कुछ ट्रेनों को डीडीयू,गया व पटना होते हुए चलायी जायेगी. दुर्घटना के बाद अप और डाउन दोनों लाइनें ठप हो गयीं. दो ट्रेनें काशी-पटना-काशी जनशताब्दी गुरुवार को रद्द रहेगी.
बक्सर में जिस स्थान पर ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरे हैं, वहां बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन, रेलवे अधिकारी और स्थानीय निवासी एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. वॉर रूम काम कर रहा है. – अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्री
मैंने बक्सर और भोजपुर के जिलाधिकारियों से भी बात की है और उन्हें जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचने और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री