पटना. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के जरिये होने वाली 17 तरह की राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में बिहार के दूर दराज के अभ्यर्थियों को अपने प्रदेश में ही परीक्षा केंद्र उपलब्ध होगा. एनटीए के सहयोग से शिक्षा विभाग इसकी तैयारी कर रहा है. इस प्रबंध के बाद बिहार के अभ्यर्थियों को राज्य के बाहर परीक्षा देने की बहुत कम जरूरत होगी. इस संबंध में शिक्षा विभाग और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के विभागों के साथ एक प्रारंभिक दौर की बातचीत हो चुकी है.
एआइएसएचइ ने एनटीए को बनाया भागीदार
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बिहार के महानगरों के बड़े सरकारी एवं गैर सरकारी कॉलेजों को परीक्षा केंद्र के रूप में चिह्नित किया गया है. ये पहले से प्रस्तावित सेंटरों से अलग होंगे. दरअसल ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन रिपोर्ट (एआइएसएचइ) 2021-22 के लिए हो रहे सर्वे के संदर्भ में राज्य और केंद्रीय अफसरों के बीच चल रही बातचीत के दौर में यह बात सामने आयी है. दरअसल एआइएसएचइ (All India Survey on Higher Education) के सर्वे में अब एनटीए को भी भागीदार बनाया गया है. एआइएसएचइ के सर्वे के संदर्भ में बताया गया कि बिहार के 10 शिक्षण संस्थानों के नामांकनों की क्रॉस जांच कर ली जाये.
बिहार में नामांकन में दो लाख का इजाफा
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पिछली एआइएसएचइ रिपोर्ट की तुलना में नयी एआइएसएचइ 2021-22 की रिपोर्ट में बिहार के नामांकन में दो लाख का इजाफा हुआ है. अभी तक नयी एआइएसएचइ के लिए 37 विश्वविद्यालय , 1160 कॉलेज , 336 स्टेंड अलोन कॉलेज ने नामांकन कराये हैं. सूत्रों के मुताबिक कॉलेजों की आइआइएम कोलकाता से थर्ड पार्टी क्रॉस जांच के बाद नयी एआइएसएचइ रिपोर्ट कभी भी जारी हो सकती है.