बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के नौ नये संक्रमित पाये गये हैं. इसमें पटना जिला में सात, सीतामढ़ी जिला में एक और पूर्वी चंपारण जिला में एक नया संक्रमित पाया गया है. इस दौरान सात मरीज स्वस्थ हो चुके है. राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 46 रह गयी है.
बिहार में भी कोरोना महामारी के दौरान पाया जाने वाला ओमिक्रोन के सब वेरिएंट का पहला केस पाया गया है. देश में अभी इस वेरिएंट के 60% संक्रमित पाये जा रहे हैं. यह तेजी से फैलने वाला ओमिक्रोन का सब वेरिएंट है. हालांकि संक्रमित में ओमिक्रोन पाये जाने के बाद भी किसी प्रकार तकलीफ या बीमारी का लक्षण नहीं दिख रहा है. मरीज होम आइसोलेशन में हैं.
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि सासाराम की रहने वाली 27 साल की महिला पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची थी. उसमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था. फिर भी उसकी जांच कराने के बाद वह कोरोना पॉजिटिव निकली. उसका सैंपल 16 मार्च को लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए आइजीआइएमएस, पटना में भेजा गया. यहां से सैंपल को हैदराबाद जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया. उसकी जांच रिपोर्ट मंगलवार को विभाग को मिली है.
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रिपोर्ट में पाया गया है कि महिला को ओमिक्रोन के सब वेरिएंट एक्सबीबी1.16 वायरस है. यह वायरस तेजी से फैलता है. महिला की किसी प्रकार की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. साथ ही उसका कांटेक्ट ट्रेसिंग भी करायी गयी है, जिसमें कोई भी व्यक्ति पॉजिटिव नहीं पाया गया है. वर्तमान में महिला में कोरोना का कोई लक्षण नहीं है और वह होम आइसोलेशन में रह रही है. जानकारों का कहना है कि ओमिक्रोन का सबसे खतरनाक दौर वर्ष 2020 के मध्य से वर्ष 2021 के आरंभ तक रहा था. पिछले ढाई साल के बाद बिहार में ओमिक्रोन का पहला सब वेरिएंट पाया गया है.