Patna: बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर दो दिन पूर्व सीबीआई की छापेमारी के बाद से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कार्यकर्ता आक्रोशित हैं. राजद कार्यकर्ता लगातार केंद्र और भाजपा सरकार पर हमले बोल रहे हैं. इसी क्रम में राजद की ओर से एक पोस्टर जारी किया गया है. यह पोस्टर राजधानी पटना स्थित राजद के प्रदेश कार्यालय के बाहर लगाया गया है.
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राजद की ओर से लगाये गये पोस्टर में पार्टी नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बैठे हुए दिखाया गया है. साथ ही बातचीत के अंश के रूप में ऊपर लिखा है कि ”दोनों मिलकर जातीय जनगणना कराएंगे.” इसके ऊपर पोस्टर में राबड़ी देवी के आवास के बाहर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को दिखाया गया है.
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वहीं, पोस्टर की बायीं ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हाथ में एक पिंजरा पकड़े हुए दिखाया गया है. इस पिंजरे के तोते को ‘ईडी’ और ‘सीबीआई’ के रूप में दर्शाया गया है. साथ ही तोते को राबड़ी आवास की ओर जाते हुए दिखाया गया है, जो संकेत देता है कि केंद्र सरकार का पालतू तोता सीबीआई राबड़ी देवी के आवास में जा रही है.
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राजद के इस पोस्टर में बड़े अक्षरों में लिखा गया है कि ”सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग बंद करो.” पोस्टर में नीचे निवेदक के रूप में पार्टी के चार नेताओं की तस्वीर उनके पद के साथ लगी हुई है. इनमें ओमप्रकाश चौटाला, इकबाल अहमद, मनोज यादव और पार्टी के प्रदेश महासचिव अरुण कुमार की तस्वीर लगी हुई है.
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पोस्टर के संबंध में निवेदक अरुण कुमार का कहना है कि ”पोस्टर में दिखाया गया है कि जब-जब भाजपा असुरक्षित महसूस करती है, तब-तब सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करती है. जातीय जनगणना को लेकर जिस तरह नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच नजदीकियां बढ़ रही थी, भाजपा घबरा गयी है. उन्हें डर है कि दोनों कहीं सरकार फिर से ना बना लें.”
साथ ही उन्होंने कहा कि सीबीआई का इस्तेमाल करके केंद्र सरकार तोता रूपी सीबीआई को लालू प्रसाद यादव के पास भेज दिया गया है. मालूम हो कि लालू प्रसाद यादव के रेलमंत्री रहते हुए साल 2008 में नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में सीबीआई ने राजधानी पटना समेत 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी.