Bihar News: राज्य सरकार ने पेंशनरों को विशेष सहूलियत प्रदान करने के लिए इससे जुड़े सभी प्रावधानों को ऑनलाइन कर दिया है. अब पेंशन से जुड़ी किसी तरह की शिकायतों और समस्याओं का समाधान ऑनलाइन ही कर दिया जायेगा. इससे पेंशनरों को अब काफी सहूलियत होगी. राज्य में पीएफआरडीए (पेंशन फंड रेगुलेटरी ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) के तमाम प्रावधानों को लागू कर दिया गया है. इससे एनपीएस (न्यू पेंशन स्कीम) के अंतर्गत शिकायतों के ऑनलाइन निबटारे के अलावा पूरी जानकारी भी एनपीएस की वेबसाइट पर देख सकते हैं.
केंद्र और राज्य सरकार के कर्मी इन नयी पेंशन योजना एनपीएस का लगातार विरोध कर रहे हैं. कर्मी एनपीएस को अपने हित में नहीं मानते हैं. बिहार में एक सितंबर, 2005 के बाद से बहाल हुए सभी सरकारीकर्मी इस पेंशन योजना के अंतर्गत आते हैं. इससे पहले के बहाल कर्मी पुरानी पेंशन योजना के अंतर्गत ही आते हैं. ये लोग जैसे-जैसे रिटायर्ड होते जायेंगे, वैसे-वैसे पुरानी पेंशन योजना में शामिल लोगों की संख्या कम होती जायेगी. वर्तमान में विभिन्न पदों पर तैनात करीब सवा दो लाख कर्मी ऐसे हैं, जो एनपीएस के दायरे में आ चुके हैं.
इस मामले में नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय ने बताया कि एनपीएस में रिटायरमेंट के बाद पेंशन जैसी कोई सुविधा नहीं है. कटौती की गयी पेंशन राशि का शेयर बाजार पर आधारित होने की वजह से इसमें सरकारी कर्मियों से ज्यादा बाजार के हित का ध्यान रखा गया है. एनपीएस में किसी तरह की सामान्य भविष्य निधि की कोई सुविधा नहीं है. पेंशन पर महंगाई भत्ता और पारिवारिक पेंशन का भी प्रावधान नहीं है. पेंशन के नाम पर कर्मियों के वेतन से सिर्फ 10 फीसदी राशि की ही कटौती होती है.
इस बार से एक अक्तूबर को एनपीएस दिवस मनाने की शुरुआत केंद्र सरकार के स्तर से की जा रही है. इसके आयोजन को लेकर पीएफआरडीए की तरफ से राज्य के वित्त विभाग को निर्देश भी आये हैं. एक अक्तूबर पहले से ही अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के तौर पर मनाया जाता है. अब केंद्र सरकार की तरफ से इसी दिन एनपीएस दिवस भी मनाया जायेगा. इस दिन वित्त विभाग समेत सभी ट्रेजरी में बैनर-पोस्टर लगा कर एनपीएस के बारे में समुचित जानकारी दी जायेगी. साथ ही लोगों में इससे जुड़ी तमाम तरह की भ्रांतियों का भी समाधान किया जायेगा. इस आयोजन से जुड़े फोटोग्राफ को पीएफआरडी की वेबसाइट पर भी अपलोड करना है और सोशल साइटों पर भी प्रदर्शित करना है.
Postet by: Radheshyam Kushwaha