बिहार सरकार के नए मंत्रिमंडल का गठन हो गया है. इस महागठबंधन की नयी सरकार में राजद की ओर से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 17 मंत्री बने हैं. इनमें काफी मंत्री बतौर विधायक काफी अनुभवी हैं. वहीं तीन ऐसे भी मंत्री हैं जो की पहली बार ही विधायक बने और अब मंत्री भी बने गये. आइए जानते है किस मंत्री को कौन स मंत्रालय मिला है.
-
सुरेंद्र यादव : बेलागंज के विधायक सुरेंद्र यादव मंत्रियों में सबसे अधिक आठ बार चुनाव जीते हैं.1990, 1995, 2000 मार्च, 2010 मार्च, 2005 मार्च, नवंबर 2005, 2010, 2015, 2020 में वह चुनाव जीते हैं. यह लोकसभा सदस्य भी रहे हैं. इन्हें सहकारिता विभाग का मंत्री बनाया गया है.
-
ललित यादव : दरभंगा ग्रामीण के विधायक ललित यादव को मंत्री बनाया गया है. वह छह बार के विधायक हैं. वे 1995, 2000 मार्च, 2005, 2010,2015, 2020 में राजद से ही चुनाव जीते हैं. यादव विधानसभा में राजद के मुख्य सचेतक भी रहे हैं. ये पिछली महागठबंधन सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. इन्हें लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग का मंत्री बनाया गया है.
-
आलोक मेहता : राजद के संगठन में लंबे समय से काम कर रहे आलोक मेहता उजियारपुर के विधायक हैं. वह 2015 और 2020 में विधानसभा चुनाव जीते हैं. इससे पहले वह समस्तीपुर लोक सभा सीट से चुनाव भी जीत चुके हैं. वह पिछली महागठबंधन सरकार में सहकारिता मंत्री रहे हैं. इस बार इन्हें राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्रालय दिया गया है.
-
तेज प्रताप यादव : राजद के मंत्री तेज प्रताप यादव दो बार नवंबर 2015 और 2020 में चुनाव जीते हैं. अभी वे हसनपुर से चुनाव जीते हैं. वह पिछली महागठबंधन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं. इस बार इन्हें पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय दिया गया है.
-
कुमार सर्वजीत : बोध गया से विधायक कुमार सर्वजीत 2009, 2015, 2020 में विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. वे तेजस्वी यादव के बेहद नजदीकी हैं. इन्हें नयी सरकार में पर्यटन मंत्रालय दिया गया है.
-
डॉ रामानंद यादव : फतूहा के विधायक रामानंद यादव भी अनुभवी मंत्रियों में एक हैं. वह छह बार विधायक बने हैं. 1985, 1990, 2000, 2010, 2015 और 2020 में विधानसभा चुनाव जीते हैं. यह पहली बार मंत्री बने हैं. इन्हें खान एवं भूतत्व मंत्रालय दिया गया है.
-
जितेंद्र राय : मढ़ौरा विधानसभा के विधायक जितेंद्र राय 2020, 2015 और इससे पहले 2010 में चुनाव जीते चुके हैं. यह पहली बार मंत्री बने हैं. इन्हें कला, संस्कृति एवं युवा मंत्रालय दिया गया है.
-
प्रो चंद्रशेखर सिंह : मधेपुरा के विधायक चंद्रशेखर लगातार तीन बार 2010, 2015 और 2020 में चुनाव जीत चुके हैं. चंद्रशेखर सिंह महागठबंधन की पिछली सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. इस बार इन्हें शिक्षा मंत्रालय दिया गया है.
-
समीर कुमार महासेठ : मधुबनी विधायक समीर कुमार महासेठ दो बार 2015 और 2020 में राजद से चुनाव जीते हैं. इससे पहले महासेठ 2003-2009 तक विधान परिषद सदस्य भी रह चुके हैं. नयी सरकार में इन्हें उद्योग विभाग दिया गया है.
-
अनीता देवी : राजद की ओर से इकलौती महिला मंत्री अनीता देवी 2015 और 2020 में चुनाव जीती हैं. वह पिछली महागठबंधन सरकार में भी मंत्री रही हैं. वह राजनीतिक परिवार से आती हैं. इन्हें पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय दिया गया है.
-
शाहनवाज आलम : शहनवाज आलम राजद कोटे से पहली बार मंत्री बने हैं. वे जोकी हाट से ओवैसी की पार्टी एएमआइएमआइ के प्रत्याशी के रूप में 2020 में चुनाव जीते थे. वह हाल ही में राजद में शामिल हुए. इससे पहले भी वह एक चुनाव जीत चुके हैं. वह सीमांचल के चर्चित नेता तस्लीमुद्दीन के वह पुत्र हैं. इन्हें आपदा प्रबंधन विभाग दिया गया है.
-
समीम अहमद : 2015 और 2020 विधानसभा चुनाव जीते हैं. पहली बार मंत्री बने हैं. वह राजद के टिकट पर नरकटिया से चुनाव जीते हैं. इन्हें गन्ना उद्योग मंत्रालय का पदभार दिया गया है.
-
सुधाकर सिंह : रामगढ़ से राजद विधायक सुधाकर सिंह ऐसे मंत्री हैं, जो पहली बार 2020 में विधायक बने और सामाजिक क्षेत्रीय समीकरण के तहत मंत्री भी बन गये. वह राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे भी हैं. इन्हें नयी सरकार में कृषि मंत्रालय दिया गया है.
-
कार्तिक कुमार : राजद से पहली बार विधान पार्षद बने कार्तिक कुमार मंत्री भी बन गये हैं. कार्तिक कुमार जातीय समीकरण के तहत मंत्री बने हैं. इन्हें विधि मंत्रालय दिया गया है.
-
इजराइल मंसूरी : इजराइल मंसूरी भी पहली बार कांटी विधानसभा से चुनाव जीते हैं. और मंत्री भी बने हैं. इन्हें सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्रालय का पदभार सौंपा गया है.
-
सुरेंद्र राम : यह गरखा विधानसभा से पहली बार चुनाव जीते हैं. और मंत्री भी बन गये हैं. इन्हें श्रम संसाधन मंत्रालय दिया गया है.