बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नयी सरकार के गठन हो जाने के बाद मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार कर सभी मंत्रियों को विभाग भी बांट दिया गया है. इसके साथ अब सरकार अपने नौकरी देने के वादे को पूरा करने में लग गई है. ऐसा माना जा रहा है की इस वर्ष के अंत तक राज्य में लाखों की संख्या में सरकारी नौकरी के लिए वैकेंसी आ सकती है.
गृह विभाग ने कुछ दिनों पहले सभी जिलों से नियुक्ति के रिक्तियों से संबंधित ब्योरा मांगा था जिसे जिले के अधिकारियों द्वारा सरकार के पास भेज दिया गया है. अगर रिक्तियों की बात करें तो बिहार में सबसे ज्यादा रिक्तियां शिक्षा विभाग में है जहां शिक्षकों के डेढ़ लाख से अधिक पद खाली हैं. इन खाली पदों के लिए जल्द ही नियोजन प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. इसके साथ ही बीपीएससी और शिक्षा विभाग ने भी लगभग 40000 प्रधान शिक्षकों के पद पर नियुक्ति के लिए ब्योरा भेजा है.
शिक्षा विभाग के साथ ही पुलिस विभाग ने भी 12 हजार रिक्तियों का ब्योरा भेजा है. पुलिस विभाग ने सब इंस्पेक्टर, सार्जेंट, सहायक जेलर के साथ ही 10 हजार सिपाही के पद पर नियुक्ति के लिए ब्योरा भेजा है. वहीं कृषि विभाग ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक और सांख्यिकी समन्वयक के पदों को मिलकर लगभग साढ़े 8 सौ रिक्तियों का ब्योरा भेजा है.
बिहार के राजस्व विभाग में भी अमीन के खाली पदों को भरने के लिए विभाग ने 2000 से ज्यादा नियुक्तियों का ब्योरा भेजा है. वहीं अगर स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो यहां भी बड़ी संख्या में बहाली होनी है इसके लिए विभाग ने लगभग 12000 रिक्तियों को ब्योरा सामान्य प्रसाशन विभाग को भेजा है. इसके तहत स्वास्थ्य विभाग में आयुष चिकित्सक, नर्स, लैब टेक्नीशियन की बहाली होनी है.
सूत्रों की मानें तो शिक्षक नियोजन के सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया सितंबर से शुरू की जा सकती है. जिसमें सबसे पहले प्रारंभिक स्कूलों में खाली पड़े पदों को भरा जाएगा. इसके साथ ही जल्द ही स्वास्थ्य विभाग, तकनीकी सेवा आयोग, बीपीएससी समेत सभी विभागों में वैकेंसी निकाले जाने की भी तैयारी है. इस वर्ष के अंत तक 3 से 4 लाख सरकारी पदों पर बहाली प्रक्रिया शुरू करने का लक्ष्य है.