नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एच3ए2 इंफ्लूएंजा के मरीज के आने पर अब भर्ती कर इलाज किया जायेगा. इसको लेकर मंगलवार को अस्पताल के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें उपाधीक्षक डॉ अजय कुमार सिन्हा और अन्य डॉक्टर शामिल हुए. अधीक्षक व उपाधीक्षक ने बताया कि अस्पताल के एनएमसीएच भवन में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए आइसोलेशन वार्ड को ऐसे मरीजों के लिए रिजर्व किया गया है. एनएमसीएच भवन के निचले तल्ले पर 28 बेड एच3एन2 फ्लू के संदिग्ध मरीजों के लिए, ऊपरी तल्ले पर 32 बेड पीड़ित मरीजों के लिए आरक्षित किया गया है. साथ ही 14 बेड आइसीयू के होंगे, जहां पर इस बीमारी से पीड़ित गंभीर मरीजों को भर्ती किया जायेगा.
श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल को भी एच3एन2 फ्लू वायरस को लेकर अलर्ट किया गया है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ आरआर चौधरी ने बताया कि इसके मरीज के आने पर भर्ती कर इलाज किया जायेगा.
एनएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि एक सप्ताह या उससे अधिक दिन तक बुखार, खांसी रहना, नाक से पानी बहना, सिर व शरीर में दर्द रहना व भूख नहीं लगता है. तो तुरंत जांच कराएं
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अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान में सरकार की गाइडलाइन मिलने पर जांच का दायरा बढ़ाया जायेगा. अभी संस्थान के ओपीडी में आने वाले संदिग्ध एच3एन2 इंफ्लूएंजा के मरीजों की जांच की जा रही है. संस्थान के निदेशक डॉ कृष्णा पांडे ने बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बॉयोरॉजिकल संस्थान से जांच किट आने और सरकार की अनुमति मिलने के बाद यहां बाहरी मरीजों की जांच की जायेगी. संस्थान में अब तक 21 मरीजों के सैंपलों की जांच हुई है, जिसमें इसमें एक महिला एच3एन2 पॉजिटिव पायी गयी थी, जो ठीक हो गयी है.
पटना के अगमकुआं स्थित आरएमआरआइ में पटना एम्स से आये एक मरीज का सैंपल जांच में एच1एन1 पॉजिटिव पाया गया है. संस्थान के निदेशक डॉ कृष्णा पांडे ने बताया कि संदिग्ध मरीज की जांच के लिए एम्स से सैंपल भेजा गया था. जांच में एच3एन2 इंफ्लूएंजा का नहीं, बल्कि उससे एच1एन1 पॉजिटिव पाया गया है. यह सामान्य फ्लू है. जांच रिपोर्ट के आधार पर मरीज का इलाज किया जायेगा.