पटना के बहादुरपुर व कांटी फैक्ट्री रोड में बिहार राज्य आवास बोर्ड की जमीन को काफी कम कीमत पर देने के नाम पर चार लोगों से 2.48 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. जिसके बाद कदमकुआं पुलिस ने आरोपित दो शिक्षक कामता प्रसाद व अनुज किशोर प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पटना सिटी स्थित जालान हाइस्कूल में वाेकेशनल शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं. अनुज किशाेर राष्ट्रपति से भी पुरस्कृत हो चुके हैं.
पुलिस ने दोनों शिक्षकों को मंगलवार को जालान हाइस्कूल परिसर से ही पकड़ा. कामता प्रसाद नवादा के वारसलीगंज थाने के चकवाय गांव के मूल निवासी है. यहां कांटी फैक्ट्री रोड में उनका अपना मकान है. जबकि अनुज नालंदा जिले के करायपरशुराय थाने के फल्लीपर गांव के रहने वाले हैं. वो यहां चाणक्य नगर में रहता है. इन लोगों के खिलाफ एक फरवरी, 2023 को कदमकुआं के व्यवसायी अरुण कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. कदमकुआं थानाध्यक्ष विमलेंदु ने गिरफ्तारी की पुष्टि की.
इन शिक्षकों ने कई अन्य लोगों से भी जमीन दिलाने के नाम पर ठगी की है. इन दोनों की गिरफ्तारी होने के बाद कई अन्य लोग भी थाना पहुंचे और पुलिस को बताया कि उनके साथ भी ठगी हो चुकी है. ठगी के शिकार बने लोगों में चंडी में बीएड काॅलेज की प्राचार्या डाॅ निरूपमा सिंह, जगनपुरा के रहने वाले धर्मेंद्र कुमार, मनोज कुमार आदि शामिल थे.
बताया जाता है कि बहादुरपुर व कांटी फैक्ट्री रोड में जहां ये जमीन दिखा रहे थे, उसके लिए 85 लाख में एक हजार वर्गफुट जमीन सस्ता था. इसके कारण लोगों ने रुचि दिखायी और रकम दे दी. कदमकुआं निवासी अरुण कुमार ने बताया कि एक हजार वर्गफुट जमीन की कीमत 85 लाख तय की गयी थी. मैंने 51.50 लाख रुपये फरवरी, 2021 में ही दे दिये थे. लेकिन इन दोनों शिक्षकों ने रजिस्ट्री नहीं की. जब जानकारी ली गयी, तो पता चला कि जमीन बेलछी थाने के मुर्तजापुर गांव निवासी विष्णुदेव प्रसाद के नाम से है. इसके बाद अनुज ने अपनी पत्नी के नाम का एक मकान रजिस्ट्री करने का आश्वासन दिया. लेकिन वह भी नहीं हुआ.
Also Read: राजगीर के मलमास मेला में मनोरंजन की होगी समुचित व्यवस्था, कलाकारों की प्रस्तुति के लिए हुआ ऑडिशन
बीएड काॅलेज की प्राचार्या व रामकृष्णनगर निवासी डाॅ निरुपमा सिंह ने बताया कि कांटी फैक्ट्री रोड की एलआइजी कॉलोनी की जमीन को लेकर दाेनाें काे जुलाई, 2021 में 70 लाख रुपये दिये थे. ठगी के शिकार बने मनाेज कुमार ने बताया कि इन लोगों ने कांटी फैक्ट्री रोड में आवास बाेर्ड की एक हजार वर्गफुट जमीन देने के नाम पर 92 लाख रुपये ले लिये थे. लेकिन न तो रुपये वापस मिले और न ही जमीन की रजिस्ट्री की गयी. जगनपुरा निवासी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आवास बाेर्ड की एलआइजी की एक हजार वर्गफुट जमीन को लेकर वर्ष 2018 में 35 लाख रुपये दिये थे.