अयोध्या में रामलला को भव्य मंदिर में विराजमान करने का समय जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है, वैसे-वैसे कार्य में तेजी देखने को मिल रही है. कार्तिक पूर्णिमा पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से मंदिर निर्माण की तस्वीरें जारी की गईं. इनमें प्रथम तल तल के काम को दिखाया गया है.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जारी इन तस्वीरों में श्रमिक एक बड़ी नक्काशीदार शिला पर काम करते नजर आ रहे हैं. ये प्रथम तल के ऊपर का हिस्सा है, जिससे क्रेन के जरिए पहुंचाया गया है.
बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त मृगषिरा नक्षत्र में दोपहर 12:20 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य खास मेहमान मौजूद रहेंगे.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश और दुनिया के कोने कोने से लाखों श्रद्धालुओं के यहां दर्शन पूजन की संभावना जताई गई है. इसके लिए मंदिर की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. अयोध्या पहले से ही आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर संवेदनशील क्षेत्र में शामिल है. यहां श्रीरामजन्म भूमि क्षेत्र में सुरक्षा का कड़ा पहरा रहता है.
कहा जा रहा है कि राम मंदिर की सुरक्षा राष्ट्रपति और संसद भवन की तर्ज पर होगी. सुरक्षा को लेकर सीआईएसएफ ने खास योजना तैयार की है, जिसमें आठ बिंदुओं पर फोकस किया गया है. राम मंदिर की सुरक्षा में आधुनिक सुरक्षा उपकरणों का ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा. यहां की सुरक्षा अभेद्य होगी.
बताया जा रहा है कि राम मंदिर की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ ने खास सुरक्षा ग्रिल लगाने का सुझाव भी दिया है, जिसे सिर्फ मंदिर के लिए ही बनाया जाएगा. वहां सुरक्षा बलों की तैनाती होगी.
इस बीच रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर 20 से 24 जनवरी तक पांच दिनों के लिए अयोध्या में लगभग 4 हजार कमरे बुक हो चुके हैं. होटल, धर्मशाला से लेकर होम स्टे तक में लोग बुकिंग करा रहे हैं.
होटल मालिकों के मुताबिक वीआईपी मेहमानों के लिए कम से कम 40 फीसदी कमरे रिजर्व रखे गए हैं. बड़े होटलों ने किराया नहीं बढ़ाया है, वहीं छोटे होटलों में करीब 4 हजार रुपए प्रति कमरे के हिसाब से बुकिंग की गई है.
इसके साथ ही रामनगरी में एक हजार भवन स्वामियों को पेइंग गेस्ट-होम स्टे योजना के तहत जोड़ा जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत अभी तक अयोध्या के 350 भवन स्वामियों को जोड़ा गया है. वहीं यूजर फ्रेंडली मोबाइल एप और वेब पोर्टल लांच किया जा रहा है, जिसके जरिए यहां बुकिंग की जा सकेगी.
रामलला के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन को लेकर भी विशेष तैयारी की गई है. कई जगह व्रत के भोजन के साथ सादा भोजन और बिना प्याज और लहसुन वाला खाना भी लोगों को परोसा जाएगा, जिससे किसी को दिक्कत नहीं हो.