शनिवार की सुबह से बाजारों में भीड़-भाड़ दिखने लगी थी. शहर के टावर चौक के समीप महावीर मंदिर के समीप मिट्टी के खिलौने, दीये और पूजा सामग्री की दुकानें लग चुकी थी. इसके साथ ही बर्तन की दुकानें भी पूरी तरह से सजी थी. मिट्टी के सामान बेच रहे दुकानदार मनोज कुम्हार ने बताया कि रात में ही उन्होंने अपनी दुकान लगा ली थी. रात में यहीं पर सोये, ताकि सुबह जल्दी दुकान खोल सके. इसी बीच अलकापुरी के रहने वाले मनोज कुमार मिट्टी का दीया खरीदने पहुंचे. मनोज ने बताया कि शाम में भीड़ अधिक हो जाती है इसलिए सुबह ही खरीदारी करने के लिए निकल गये.
लोगों ने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा की खरीदारी की. शहर में सड़क किनारे पूजा सामग्री व सजावट की काफी संख्या में अस्थायी दुकान लगायी गयी है. उक्त दुकानों में लोगों ने प्रतिमा के साथ सजावट की सामग्री की खरीदारी की.
सोशल मीडिया पर चाइनीज सामान के बहिष्कार को लेकर चले कैंपेन के बाद भी लोगों ने इनकी खूब खरीदारी गी. सामान सस्ता होने के कारण लड़ियों की खरीदारी खूब हुई.
शहर के बड़ा चौक में खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. सड़क के किनारे काफी संख्या में अस्थायी दुकानें सजी हुई थी. अधिकांश दुकान बर्तन की थी. साथ ही कई दुकानदर झाड़ू भी बेच रहे थे. ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग इसी इलाके में खरीदारी कर रहे थे. कोलडीहा की रहने वाली महिला संगीता देवी और उनकी पुत्री पिंकी ने बताया कि धनतेरस के दिन पीतल का दीपक और कुछ पूजा की सामाग्री को खरीदने के लिए बाजार आयी हूं. आज के दिन कुछ नया खरीदना शुभ होता है और हर साल हम खरीदारी करते हैं. वहीं, पूजा सामान और श्रृंगार के दुकानों में भी काफी भीड़ देखी गयी.
ज्वेलरी दुकानों में सोने-चांदी के सिक्कों और आभूषणों भी खूब बिके. अनुमान के अनुसार सात करोड़ रुपए के सोने-चांदी के प्रोडक्ट की बिक्री हुई. वहीं, मॉल में ऑफर मिलने के कारण लोगों ने जमकर खरीदारी की.