Dhanteras, Kuber Temple: हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे भारत में मौजूद एक ऐसे मंदिर के बारे में, जहां कुबेर की नाभीसे घी लगाने से धन की बरसा होती है. जी हां आपने सही सुना, तो चलिए जानते हैं कहां है कुबेर की यह मंदिर.
कुबेर मंदिर
बात हो रही है कुबेर मंदिर की तो बता दें कि विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की नगरी उज्जैनीय में 1100 साल पुरानी कुबेर की एक प्रतिमा है. जो कुंडेश्वर महादेव मंदिर में विराजित है. इसकी खास बात यह है कि यह प्रतिमा भगवान श्रीकृष्ण को मिली थी, जब श्रीकृष्ण, बलराम और सुदामा शिक्षा लेने के लिए सांदिपनि के आश्रम में रहते थे.
श्रीकृष्ण द्वारका चले गए, लेकिन कुबेर आश्रम में ही बैठे रह गए. कुण्डेश्वर महादेव के मंदिर में कुबेर विराजे हैं, उसके गुम्बद में श्री यंत्र है जो कृष्ण को श्री मिलने की पुष्टि करता है. बताया जाता है कि यहाँ कुबेर की नाभी में घी लगाने से समृद्धि प्राप्त होती है. इसलिए दीपावली के पहले कुबेर देव की प्रतिमा के दर्शन और नाभी में घी लगाने के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं.
कुबेर की नाभी पर शुद्ध घी और इत्र मला जाता है. इसके बाद पूजा और आरती की जाती है और उन्हें मिठाई का भोग लगता है. यहां कुबेर के दर्शन मात्र से धन धान्य में वरधी होती है.
इतनी साल पुरानी है प्रतिमा
बता दें कि धनतेरस पर कुबेर की पूजा की जाती है. पुरावेत्ताओं के अनुसार यह प्रतिमा मध्य कालीन 1100 वर्ष पुरानी है. इसे शंगु काल के उच्च कोटि के शिल्पकारों ने बनाया था. देश-विदेश से लोग कुबेर जी की पूजा के लिए लोग आते हैं.