केरल में संक्षिप्त अंतराल के बाद बृहस्पतिवार को दक्षिण पश्चिम मानसून की भारी वर्षा हुई तथा दो जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया, जहां हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हो गये हैं. वर्षा जनित घटनाओं में तीन लोगों की जान भी चली गयी . भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज के लिए कन्नौर और कसारगोड जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ तथा सात अन्य जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया. वैसे उसने यह भी संकेत दिया कि अगले कुछ दिनों में वर्षा की तीव्रता कम हो सकती है.
देश के पश्चिमी राज्य गुजरात में इस बार सबसे ज्यादा मानसून का कहर बरपा है. शहर हों या गांव, सब पानी के भीतर डूबे हुए नजर आ रहे हैं. लगातार हो रही बारिश और नदियों का बढ़ता जलस्तर लोगों के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर रहा है
बीएमसी के वर्षा आंकड़ों के अनुसार, बुधवार और बृहस्पतिवार की मध्य रात्रि के बाद बारिश की तीव्रता बढ़ गई और दादर, माहिम, खार, माटुंगा और कुर्ला जैसे कुछ इलाकों में पिछले 12 घंटों में 40 मिलीमीटर से 70 मिलीमीटर तक वर्षा हुई. बीएमसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुंबई, पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे तक 24 घंटे की अवधि में क्रमशः 54.28 मिलीमीटर, 48.85 मिलीमीटर और 51.07 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई.
राजस्थान में आगामी दिनों में अधिकांश हिस्सों में बारिश के लिए अलर्ट जारी कियाविभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान जोधपुर के बिलाड़ा में 12 सेंटीमीटर, जालोर के बागोड़ा में 9 सेंटीमीटर, जयपुर के सांभर में 9 सेंटीमीटर, डूंगरपुर के गलियाकोट में 8 सेंटीमीटर, उदयपुर के झाड़ोल में 7 सेंटीमीटर, जयपुर के नरैना में 7 सेंटीमीटर, चूरू के तारानगर में 6 सेंटीमीटर,बीकानेर के डूंगरगढ़ में 6 सेंटीमीटर,, बांसवाड़ा में 6 सेंटीमीटर, अजमेर के सरवाड़ में 6 सेंटीमीटर, सीकर के फतेहपुर में 6 सेंटीमीटर, और अन्य कई स्थानों पर 5 सेंटीमीटर से 1 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई