झारखंड मुक्ति मोर्चा का 51वां स्थापना दिवस धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में आयोजित हुआ. इस मौके पर शहीद बेदी पर पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री सह कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन समेत अन्य नेताओं ने माल्यार्पण किया. इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. कहा कि इस राज्य के आदिवासी-मूलवासियों के हक-अधिकार के लिए नियोजन नीति बनायी गयी, लेकिन इसे असंवैधानिक करार देते हुए वापस कर दिया गया, जो सही नहीं है.
सीएम श्री सोरेन ने राज्यपाल और बीजेपी से 1932 के खतियान आधारित स्थानीयता विधेयक को सरकार को वापस करने के सवाल पर पूछा कि जब झारखंड सरकार आदिवासी-मूलवासियों के हक-अधिकार के लिए नियोजन नीति लाती है, तो उसे असंवैधानिक करार देते हुए सरकार को वापस कर दिया जाता है. वहीं, जब यही कानून कर्नाटक सरकार बनाती है, वहां के लोगों के हक और अधिकार के लिए आरक्षण बढ़ाती है, तो वहां के राज्यपाल उस विधेयक पर मुहर लगाकर दिल्ली भेज देते हैं. ऐसा कैसे हो सकता है.
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हम व्यापारियों के जनप्रतिनिधि नहीं हैं. हम जनप्रतिनिधि हैं राज्य के आदिवासी, मूलवासी, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़े वर्ग, गरीब, किसान लोगों का. हमें इन लोगों के पेट भरने की चिंता है न कि हमें अपने जेब भरने का. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि व्यापारियों की जमात तो इस पार्टी में है.
Also Read: झामुमो स्थापना दिवस पर हेमंत सोरेन का मुखौटा लगाकर कार्यकर्ताओं ने बजाया मांदर-बैंड, आप भी देखेंसीएम ने कहा कि 1932 के खतियान आधारित नियोजन नीति लाते हैं, पर इसे असंवैधानिक करार दिया जाता है. अजीब हालत है. कहा कि राज्य सरकार राज्य के आदिवासी-मूलवासियों को अधिकार देने के लिए कानून बनाती है और पेट दर्द यूपी- बिहार के कुछ लोगों को होता है. बता दें कि सरकार ने जिस कानून को बनाया, उसे 20 लोगों ने कोर्ट में चुनौती दी. उन्होंने विपक्ष से सवाल पूछा कि क्या राज्य के बच्चों को नौकरी में प्राथमिकता नहीं मिलनी चाहिए क्या.
उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही उनके सामने कोविड महामारी सामने आयी. योजनाबद्ध तरीके से सरकार ने इसपर काबू पाने की कोशिश की. सरकार ने अपने स्तर से कई कार्य किये. दूसरे राज्य में मजदूरी करने गये सैकड़ों लोगों को सड़क, रेल और हवाई मार्ग से इन्हें सकुशल घर पहुंचाया.
सभा को संबोधित करते हुए पार्टी सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के लिए जिस तरह से संघर्ष हुआ, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. कई वीरों ने अपनी शहादत दी. इसके बाद अलग झारखंड राज्य बना. इसे सजाने और संवारने का जिम्मा हमलोगों का है, लेकिन कुछ लोग राज्य के विकास की जगह खुद के विकास में लगे हैं. उन्हें चिह्नित करना होगा. वर्तमान सरकार राज्य के विकास को लेकर लगातार प्रयासरत है. इसका असर भी दिख रहा है. इस कारण राज्य की जनता किसी के बहकावे में न आये.
Also Read: Jharkhand Budget 2023: CM हेमंत ने विशेषज्ञों संग की ‘हमीन कर बजट’ पर चर्चा, रोजगार सृजन और रेवेन्यू पर जोरराज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि धनबाद की धरती से निकलने वाले कोयला से पूरा देश रोशन हो रहा है. लेकिन, यहां के लोग आज भी गरीबी और अग्नि प्रभावित क्षेत्र से परेशान हैं. केंद्र सरकार ने उनके लिए आज तक कुछ नहीं किया. न ही आग पर काबू पाया जा सका. यहां तक की झारखंड सरकार की रॉयल्टी का 1.36 हजार करोड़ रुपया बकाया है, जो आज तक नहीं मिला. केंद्र ने झारखंड को सिर्फ लूटा है. पहले की सरकार में 15 हजार युवतियों को तस्करों द्वारा दूसरे राज्य में भेजा गया, लेकिन हमारी सरकार आते ही इसका सरगना पन्ना लाल आज जेल में हैं.
टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि शुरुआती दिनों में हम लोगों का नारा होता था ‘चार जनवरी का नारा है, झारखंड राज्य हमारा है’. उस दौरान पूरी रात कार्यक्रम होता था. सुबह होने के बाद हम लोग जुलूस निकालते थे. जब से झामुमो गठबंधन की सरकार बनी, उसी दिन से भाजपा गिराने का प्रयास कर रही है. जल्द ही 1932 का खतियान भी लागू होगा. स्थानीय को नौकरी, विस्थापितों को नियोजन, नौकरी में स्थानीय को 75 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलेगी. सरकार बनने के बाद चार उपचुनाव हुए हैं. उसमें गठबंधन सरकार की जीत हुई. इस बार रामगढ़ में भी हम जीतेंगे.
गिरिडीह विधायक सुदीव्य कुमार सोनू ने कहा कि 50 साल पहले इसी ग्राउंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा का बीज लगाया गया था, जो 51 वां साल में वटवृक्ष हो गया है. उस दौरान में शहीद शक्ति नाथ महतो ने इस ग्राउंड में कहा था कि झारखंड अलग राज्य के लिए जो आंदोलन चल रहा है, उसमें पहली पंक्ति के लोग मारे जायेंगे. दूसरी पंक्ति के लोग जेल जायेंगे और तीसरी पंक्ति के लोग राज करेंगे, जो आज साबित हुआ है. झामुमो स्थापना के पूर्व ही कई सपना देखा गया, जो आज धीरे धीरे पूरा हो रहा है. जो नहीं हो सका उन सपनों को पूरा करने का प्रयास जारी है और सफलता मिलेगी. झारखंडियों की एक ही पहचान, हो 1932 का खतियान.
Also Read: रामगढ़ उपचुनाव 2023 : सुनीता चौधरी ने किया नामांकन, सुदेश महतो बोले- मजबूती के साथ चुनाव जीतेगा NDA,देखें Picsपूर्व जिलाध्यक्ष रमेश टुडू ने कहा कि सभी कार्यकर्ता और लोगों के भरोसे हमलोग सरकार में आये. सरकार का गठन होते ही कोविड आ गया, लेकिन हेमंत सरकार ने अपने एक भी लोगों को नहीं छोड़ा. हमेशा मदद की. दूसरे प्रदेश में काम करने वाले लोगों को ट्रेन, बस और यहां तक की हवाई चप्पल वाले लोगों को हवाई जहाज में बैठकर उन्हें घर तक पहुंचाने का काम किया. जबकि अन्य राज्यों में इस दौरान काफी तबाही हुई, लेकिन अपनी सरकार ने पूरी जनता को देखा और उसे बचाया है.
संयोजक मंडली के सदस्य अशोक मंडल ने कहा : जब से हमारी सरकार बनी, तब से विपक्षी इसे पचा नहीं पा रहे हैं और हमारी सरकार काम न कर सके इसके लिए कई तरह के हथकंडे अपना रही है, कभी इडी तो कभी सीबीआइ का धौंसा दिखाकर डराया जा रहा है. लेकिन हमारी सरकार जब से बनी है, लगातार लोगों के हित में काम हो रहा है. सरकार आगे भी विकास कार्य करेगी. झारखंड के लोगों को इसी सरकार से अधिकार भी मिलेगा.
पूर्व जिला सचिव पवन महतो ने कहा इसी गोल्फ ग्राउंड में अलग राज्य बनाने के लिए शहीद बिनोद बिहारी महतो, स्व एके राय और गुरुजी नेे मिलकर झामुमो बनाया. आज राज्य प्रगति कर रहा है. सरकार की एक एक योजना धरातल पर उतर रही है और झारखंडियों के हित का काम हो रहा है. बुजुर्ग, विधवा, दिव्यांग और अन्य को पेंशन मिल रहा है और आगे भी जितनी योजनाएं है, सभी को मिलेगी.
Also Read: झारखंड : बजट पूर्व गोष्ठी में IIM डायरेक्टर ने इनोवेशन और स्टार्टअप पर दिया जोर, अन्य विशेषज्ञों ने कही ये बातसंयोजक मंडली सदस्य धरनीधर मंडल ने कहा इस सरकार को डराने के लिए बीजेपी कई तरह से कार्य कर रही है, लेकिन हम परेशान होने वालों में से नहीं हैं. आगामी चुनाव में हम 70 सीटों पर विजयी होंगे और विपक्षी मुंह देखते रह जायेंगे. झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार ने जो काम किया है वह पिछले कई सरकारों ने कुछ नहीं किया.