कांग्रेस ने ‘मोदी सरनेम’ से जुड़े मानहानि के मामले में आज यानी शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से राहुल गांधी को राहत मिलने को लोकतंत्र, संविधान, सत्य और जनता की जीत करार दिया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इससे बीजेपी की साजिश बेनकाब हो गई है.
कोर्ट के फैसल के बाद राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई की हमेशा जीत होती है और वह भारत की अवधारणा की रक्षा करने के अपने कर्तव्य को निभाते रहेंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राहुल गांधी को संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराने में 24 घंटे लगे, लेकिन अब देखते हैं कि उनकी सदस्यता बहाल करने में कितने घंटे लगते हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरनेम मामले में विवादित टिप्पणी को लेकर 2019 में दायर आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाते हुए शुक्रवार को उनकी लोकसभा की सदस्यता बहाल करने का रास्ता साफ कर दिया.
इधर, न्यायालय से राहत मिलने की खबर मिलते ही कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड में पार्टी के नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्र हो गए. कार्यकर्ताओं ने ढोल बजाकर जश्न मनाया. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी.
शीर्ष अदालत का आदेश आने के तत्काल बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर राहुल गांधी की सत्यस्ता तत्काल बहाल करने का आग्रह किया.
खरगे ने राहुल गांधी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि आज खुशी का बड़ा दिन है. यह सिर्फ राहुल गांधी की ही जीत नहीं है. यह संविधान की जीत है, लोकतंत्र की जीत है, यह वायनाड के लोगों और मतदाताओं की जीत है और भारत की जनता की जीत है. सत्यमेव जयते.
कांग्रेस अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा हम फैसले का स्वागत करते हैं. अभी संविधान जिंदा है. न्याय मिल सकता है और यह उम्मीद अभी बाकी है.
राहुल गांधी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों सच्चाई की जीत होती ही है. मुझे क्या करना है, उसे लेकर मेरे मन में स्पष्टता है. उन्होंने लोगों को उनका समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया.