मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खतियानी जोहार यात्रा के दूसरे चरण की कोडरमा से शुरुआत करते हुए जल्द ही अभ्रक उद्योग के लिए नया कानून लाने की बात कही. वहीं, मंगलवार को ही उन्होंने पहाड़पुर मोड पर ढिबरा, माइका के वैध कारोबार की सांकेतिक शुरुआत भी की. सीएम ने यहां पर ढिबरा लोड 709 वाहन को हरी झंडी दिखाकर जेएसएमडीसी के चंदवारा के थाम स्थित डंप के लिए रवाना किया. जिले में जेएसएमडीसी और सहकारी समितियों के जरिए अब ढिबरा की खरीद-बिक्री होगी.
इससे पहले गिरिडीह जाने के क्रम में पहाड़पुर चौक पर ग्रामीणों और ढ़िबरा मजदूरों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया. हालांकि, सीएम अपने निर्धारित समय से काफी देर से यहां पहुंचे, लेकिन इस दौरान ग्रामीण और श्रमिक काफी उत्साह के साथ उनके इंतजार में खड़े दिखे. इस मौके पर डीएमओ दरोगा रॉय, संतोष मेहता, बिरजू शर्मा, अनिल सिंह, मो एकबाल, मो जेयाउल, रूपक सिंह, रामचंद्र सिंह, घनश्याम सिंह, तारनी प्रसाद, जेई भामा टुड्डृ, गुड्डू यादव, पप्पू यादव, मो मुख्तार, सुरेश दास, संजय कुमार, रशीद खान समेत अन्य मौजूद थे.
खनन पदाधिकारी ने बताया कि वर्तमान में कोडरमा जिला में अभ्रक खनिज का एक भी खनन पट्टा संचालित नहीं है. राज्य सरकार द्वारा माइका खनिज को पुनर्जीवित करने का प्रयास चल रहा है. नियमावली के तहत ढिबरा डंप में पाये जाने वाले अभ्रक खनिज, जिसका व्यवसायिक मूल्य होकर भंडार/डंप का निष्पादन झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड के माध्यम से किया जाएगा. उक्त के आलोक में भूतत्व निदेशालय द्वारा चरकी अंचल कोडरमा में भंडारित ढ़िबरा डंप (अवशेष) से अभ्रक का निष्कासन के लिए चिह्नित किया गया है.
सभा को संबोधित करते हुए श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि पहले की सरकार ने डोभा बनाने और हाथी उड़ाने के नाम पर सिर्फ राज किया. राज्य के गरीब जनता के लिए कुछ नहीं किया. हमारी सरकार ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में महज तीन वर्षों में राज्य की जनता के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं को धरातल में उतारने का काम किया. जिनके पास कोई अधिकारी पहले जाना नहीं चाहते थे. आज वैसे दबे, कुचले और गरीबों के बीच अधिकारी पहुंच रहे हैं.
बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि गठबंधन के सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन गरीब का बेटा है और गरीबों के दर्द को समझते हुए कई कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम किया है. गरीबों की बेटियां उच्च शिक्षा ग्रहण करे इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है. बिना भेदभाव किए विधवा और वृद्धा पेंशन से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है. इस सरकार में हर वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम किया जा रहा है. यह देख कर भाजपा के पेट में दर्द होता है.
कार्यक्रम को गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा, झामुमो जिलाध्यक्ष श्याम किशोर सिंह, गोपाल यादव, संजय पांडेय, जिप सदस्य लक्ष्मण यादव आदि ने भी संबोधित किया. इस मौके पर जिप अध्यक्ष रामधन यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भागीरथ पासवान, मनोज सहाय पिंकू, डोमचांच प्रमुख सत्यनारायण यादव, खालिद खलील, वीरेंद्र पांडेय, संजय साजन, रवींद्र शांडिल्य, अशोक कुमार, कामेश्वर महतो, बैजनाथ मेहता, पवन माइकल कुजूर, श्यामदेव यादव, रेखा विश्वकर्मा, घनश्याम सिंह, खलील अंसारी, गंगा यादव, मनोज रजक, दीपक विश्वकर्मा, इस्लाम अंसारी, अशोक सिंह, नौशाद आलम, कामेश्वर भारती, संदीप कुमार पांडेय, गोविंद प्रसाद बिहारी, हजारीबाग जिला अध्यक्ष शभू यादव, निर्मला तिवारी समेत अन्य मौजूद थे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कोडरमा सदर अस्पताल का निरीक्षण कार्यक्रम निर्धारित था. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक तैयारी की गई थी़ अस्पताल भवन को साफ सुथरा कर रंग रोगन किया गया था़ सीएम के आगमन को लेकर अन्य तैयारियां भी की गई थीं, परंतु समय की कमी के कारण अंतिम समय मे सीएम का सदर अस्पताल का दौरा स्थगित हो गया़
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन परियोजना बालिका उच्च विद्यालय पहुंचे और विभिन्न वर्गों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लेते हुए संतुष्टि व्यक्त की. निरीक्षण के क्रम में सीएम ने परियोजना की छात्राओं से मुलाकात की और शिक्षा समेत अन्य व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की. इस दौरान छात्राओं ने मुख्यमंत्री को तस्वीर भेंट कर उनका स्वागत किया. निरीक्षण के बाद सीएम ने छात्राओं के साथ फोटो खिंचवाई और मन लगाकर पढ़ाई करने की बात कही. मौके पर श्रम मंत्री सत्यानन्द भोक्ता, डीसी आदित्य रंजन, डीएफओ सूरज कुमार सिंह, एसपी कुमार गौरव, डीडीसी ऋतुराज, प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश सिन्हा आदि मौजूद थे.
वहीं, कोडरमा विधायक डॉ नीरा यादव ने जेजे कॉलेज परिसर में बने हेलिपैड के समीप मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का स्वागत किया और मांगपत्र सौंप कर उचित कार्रवाई की मांग की. विधायक द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में जेजे कॉलेज परिसर में बंद पड़े बहुउद्देश्यीय भवन को खोलने और उस भवन को छात्रहित में उपयोग करने, बंद पड़े पत्थर व्यवसाय पर पुनर्विचार करने, ढिबरा, माइका उद्योग को पुनर्जीवित करने आदि मांगें शामिल है. विधायक ने कहा कि कोडरमा का आर्थिक रीढ़ पत्थर व्यवसाय है, लेकिन खनन नहीं होने से इस व्यवसाय से जुड़े लोग पलायन करने को मजबूर हैं.
जेजे कॉलेज से लेकर समारोह स्थल तक चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किया गया था. मुख्यमंत्री के कोडरमा आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रखा गया था. जेजे कॉलेज से लेकर रांची पटना रोड कोडरमा बाजार, कोर्ट होते हुए बागीटांड स्टेडियम स्थित समारोह स्थल तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए गए थे. साथ ही प्रत्येक चौक चौराहों पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी के साथ पुलिस बल तैनात किया गया था. समारोह स्थल पर हर आने जाने वाले लोगों की गहनता से जांच की जा रही थी.