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Skill Courses: आम तौर पर ऐसा माना जाता है कि एमबीए, बीबीए, बीटेक, बीसीए, एमसीए, बीजेएमसी और इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्सेज कर लेने के बाद अच्छी-खासी सैलरी पर जॉब प्लेसमेंट मिल जाती है, पर अब यह बात कुछ हद तक ही सही है. क्योंकि डिजिटाइजेशन के इस दौर में चीजें तेजी से बदल रही हैं.
ऐसे में कंपनियों के हायरिंग पैटर्न में काफी बदलाव हो चुका है. अब जमाना एक्स्ट्रा स्किल का है. इस बदलाव के दौर में वही टिकेगा जिसके पास डिजिटाइजेशन की रफ्तार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए एक्स्ट्रा स्किल होगा.
ग्लोबल कंपनियों से लेकर अब इंडियन कंपनियां भी एक्स्ट्रा स्किल वाले कैंडिडेट को प्राथमिकता दे रही हैं. यह बदलाव पिछले कुछ वर्षों में देखने को मिला है. आईटी समेत अन्य क्षेत्रों की कई कंपनियों ने अपने हायरिंग पैटर्न को बदल लिया है.
जॉब के लिए ट्रेडिशनल पढ़ाई के साथ स्मार्ट लर्निंग भी जरूरी हो गई है. ऐसे में जिनके पास अगर रेगुलर कोर्सेज के साथ-साथ शार्ट टर्म कोर्सेज की डिग्री हैं, तो उनके लिए मार्केट में जॉब पाना और भी आसान हो जाता है. कंपनियों के डिमांड में कई एक्स्ट्रा स्किल्स हैं.
जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल मार्केटिंग, कोडिंग, वेब डेवलपमेंट, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, कंटेंट क्रिएटर, साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग इत्यादि. इनमें से ज्यादातर कोर्सेज शॉर्ट टर्म हैं और ये ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं.
इन कोर्सेज की है डिमांड
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- डेटा साइंटिस्ट
- एडवांस प्रोग्रामिंग इन इंजीनियरिंग
- साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट
- डिजिटल मार्केटिंग
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कंप्यूटर में निम्न शॉर्ट टर्म कोर्सेज पॉपुलर हैं (करियर काउंसलर के अनुसार)
- वेब डिजाइनिंग
- वेब डेवलपमेंट
- ग्राफिक डिजाइन
- यूआई डिजाइनिंग
- मल्टीमीडिया
- 3डी एनिमेशन
- वीडियो एडिटिंग
- वास्तुकला डिजाइन
- आंतरिक सज्जा
- सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट
- डेटा विश्लेषण
- डिजिटल विपणन
- कपड़ा डिजाइनिंग
जो लोग रेगुलर Btech किए हैं उन्हें भी मार्केट में नए जॉब में बने रहने के लिए ऊपर दिए गए कोर्सेज को ज्वॉइन करना चाहिए और नॉर्मल डिग्री वाले विद्यार्थियों को भी इसे सीखना चाहिए. स्किल एन्हांसमेंट से जॉब ऑपर्च्युनिटी बढ़ सकती है. इसलिए यह जरूरी है कि टेक्निकल नॉलेज को यूटिलिटी में कन्वर्ट करने की कला जानें, यह बेहद जरूरी है.
विकास कुमार, करियर काउंसलर
जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज के फायदे
हाई सैलेरी
शॉर्ट टर्म कोर्सेज युवाओं को उनके कंपीटीटर्स के मुकाबले बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं. क्योंकि सामान्य कोर्स करने वाले युवाओं के मुकाबले उनके पास ज्यादा नॉलेज होता है. इस वजह से उन्हें हाई सैलेरी ग्रोथ भी मिलता है.
बेहतर करियर अपॉर्चुनिटी
नए स्किल करियर के क्षेत्र में आपको ज्यादा बड़े अवसर प्रदान करते हैं. इससे युवा उन सेक्टर्स में भी काम करने के लिए काबिल हो जाते हैं, जिन सेक्टर्स में पहले काम करने के बारे में सोच भी नहीं सकते थे. उन्हें ज्यादा क्षेत्रों में बेहतर अवसर मिलने लगते हैं.
प्रैक्टिकल नॉलेज
कई ऐसे ऑनलाइन या ऑफलाइन एजुकेशनल संस्थान हैं जो शॉर्ट टर्म कोर्सेज के साथ रियल लाइफ प्रोजेक्ट पर भी काम कराते हैं. इससे प्रैक्टिकल नॉलेज मजबूत होता है और यह एक्सपीरियंस किसी भी संस्थान में काम करने के लिए एक्स्ट्रा स्किल के रूप में मदद करता है.
रेगुलर कोर्स के साथ शॉर्ट टर्म कोर्स इन दिनों युवाओं के बीच ज्यादा प्रचलित है. मैंने बीजेएमसी के साथ डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स किया जिसकी अवधि 6 माह की थी. मेरा कोर्स जैसे ही पूरा हुआ मेरी जॉब जयपुर के टूर पैकेज सर्विस में लगी. इन शॉर्ट टर्म कोर्सेज का फायदा यह होता है कि अगर आप इसे ऑनलाइन करेंगे तो आपको जॉब लगने के बाद में ही इन कोर्सेज की फीस देनी होती है. मेरी समझ से मौजूदा समय में जॉब पाने के लिए शॉर्ट टर्म कोर्स एक बेस्ट ऑप्शन है.
अमित कुशवाहा, डिजिटल मार्केटिंग एसोसिएट