Sheikh Hasina Next Destination: बांग्लादेश में फैली हिंसा के बीच वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दिया और देश छोड़कर भारत आ गईं. फिलहाल वे भारत में ही हैं, लेकिन जैसी सूचना आ रही है वो अगले 48 घंटे में भारत छोड़कर किसी यूरोपीय देश जा सकती हैं. खबरों की मानें तो शेख हसीना फिनलैंड या फिर रूस जा सकती हैं. शेख हसीना के भारत में शरण लेने के बाद विदेशमंत्री एस जयशंकर ने संसद को बताया कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कुछ दिनों के लिए भारत में रहने की अनुमति मांगी है, भारत ने इसके लिए व्यवस्था की और हम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के पक्षधर हैं.
1975 में भारत में शरण ले चुकी हैं शेख हसीना
भारत में शरणार्थियों के लिए कोई नीति नहीं है, यही वजह है कि शेख हसीना भारत की बजाय यूरोपीय देशों का रुख करना चाहती हैं. हालांकि शेख हसीना ने भारत में एक लंबा समय अपने परिवार के साथ बिताया है, जब उनके पिता शेख मुजीबुर्रहमान की 1975 में हत्या कर दी गई थी उसी दौर में शेख हसीना भारत में रही थीं. वे लगभग छह साल तक भारत में अपने पति के और बच्चों के साथ रही थीं, उसी दौरान उन्होंने आकाशवाणी में काम भी किया था. भारत सरकार की ओर से अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि वो कितने दिनों तक शेख हसीना को अपने यहां शरण दे सकता हैं. इसके पीछे कई कारण हैं.
बांग्लादेश लौटना शेख हसीना के लिए खतरनाक
बांग्लादेश की फिलहाल जो स्थिति और वहां जिस तरह की अराजकता है शेख हसीना का वहां लौटना खतरे से खाली नहीं है, ऐसे में संभावना यही जताई जा रही है कि शेख हसीना कुछ दिन भारत में रहने के बाद अपने रिश्तेदारों के पास फिनलैंड जा सकती हैं.हालांकि उनके बेटे का कहना है कि स्थिति सामान्य होने पर वे वापस देश लौटेंगी. शेख हसीना लंदन में शरण चाहती थी, लेकिन ब्रिटेन ने शरण देने से मना कर दिया है. जहां तक बात अमेरिका की है तो अमेरिका ने शेख हसीना को पहले भी वीजा नहीं दिया है, तो वह आगे भी इसपर विचार नहीं करेगा, क्योंकि शेख हसीना के साथ अमेरिका के संबंध अनुकूल नहीं है. अमेरिका ने शेख हसीना को तानाशाह भी बताया था, इन हालात में शेख हसीना अमेरिका भी नहीं जा पाएंगी.
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शरण के लिए इन देशों से हो रही है बात
शेख हसीना के फिनलैंड जाने की बात इसलिए सामने आ रही है क्योंकि वहां शेख हसीना के करीबी और रिश्तेदार रहते हैं, साथ ही अमेरिका और ब्रिटने से यहां आने-जाने में भी कोई परेशानी नहीं होगी. वहीं एक और देश का नाम भी सामने आ रहा है, वह है रुस . हालांकि ना तो रुस की ओर से इस पर कुछ गया है और ना ही फिनलैंड की ओर से यह बताया गया है कि शेख हसीना वहां शरण ले सकती हैं. यह सूचना भी है कि शेख हसीना यूएई या सउदी अरब में भी शरण ले सकती हैं, उनकी बातचीत हो रही है.
कितने दिनों तक भारत में रहेंगी?
साउथ एशियन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डाॅ धनंजय त्रिपाठी ने प्रभात खबर के साथ बातचीत में बताया कि शेख हसीना भारत में कितने दिनों तक रहेंगी यह अभी बता पाना संभव नहीं है. लेकिन जब तक उन्हें कोई सुरक्षित जगह नहीं मिल जाएगी वो भारत में ही रहेंगी यह तय है. उनके यूके जाने की चर्चा थी, लेकिन यूके उनके साथ बहुत कंफर्टेबल नहीं है, वहीं उनकी छवि भी इस तरह की है कि यूके उन्हें शरण नहीं देगा. वे यूएई या सउदी अरब जा सकती हैं, इन देशों से इनकी बातचीत हो रही है. जहां तक बात शेख हसीना के भारत में अधिक समय तक रहने और दोनों देशों के बीच संबंध की है, तो निश्चित तौर पर अगर हसीना यहां ज्यादा दिनों तक रहीं, तो वहां बनने वाली नई सरकार इसे निगेटिव तरीके से लेगी. बांग्लादेश में अभी जो कुछ हुआ है, वह शेख हसीना के खिलाफ हुआ है. अगर शेख हसीना ज्यादा दिनों तक भारत में रहेंगी, तो बांग्लादेश में जो भारत विरोधी खेमा है, उसे बल मिलेगा और वह भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा कर सकता है. यह स्थिति भारत के लिए अच्छी नहीं होगी और भारत भी यह नहीं चाहेगा.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में और सर्वदलीय बैठक में जो कुछ कहा, उससे यह स्पष्ट है कि भारत शेख हसीना की सुरक्षा चाहता है, लेकिन लंबे समय तक वह भारत को अपने यहां नहीं रख सकता है. एस जयशंकर से स्षप्ट तौर पर कहा कि शेख हसीना फाॅर दि मूमेंट भारत में हैं. वहां हमारा दूतावास सक्रिय है और वहां की सरकार हमारे लोगों की रक्षा करेगी. वहां हिंदुओं पर भी हमले हो रहे हैं जो चिंताजनक है.
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