15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अमेरिका में हर साल 5 लाख से 16 लाख तक  गर्भपात, चुनाव में छाया मुद्दा, जानें पूरी बात

US Election 2024 : अमेरिकी चुनाव 2024 में गर्भपात का मुद्दा छाया हुआ है क्योंकि जबसे सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात के संघीय अधिकार को समाप्त किया है, वहां लगातार इस अधिकार को बहाल करने की वकालत की जा रही है. संघीय अधिकार कहने का अर्थ है- वह अधिकार जिसका लाभ पूरे देश के लोगों को मिलता है. महिलाएं यह कह रही हैं कि उन्हें अपने शरीर पर अधिकार होना चाहिए और जो पार्टी उन्हें यह अधिकार दिलाएगी वे उसके साथ जाएंगी. अमेरिका की 70 प्रतिशत आबादी गर्भपात के कानून को बहाल करने की पक्षधर है, इस आलेख में जानिए अमेरिका में क्या था गर्भपात का संघीय अधिकार और क्यों इसे लागू करने की जरूरत महसूस हुई?

US Election 2024 : ‘एक महिला को यह हक होना चाहिए कि वह अपने शरीर के साथ क्या करेंगी, ना कि उन्हें उनकी सरकार बताएगी कि उन्हें क्या करना है.’ मैं इस बात की पक्षधर हूं कि महिलाओं को गर्भपात का संघीय अधिकार दोबारा से मिले. अमेरिकी चुनाव के डिबेट के दौरान यह बातें कहकर कमला हैरिस खासकर युवा महिलाओं की पसंदीदा बन गई हैं. चुनावी डिबेट में गर्भपात के मुद्दे को फिर से संवैधानिक अधिकार बनाने का जोरदार वादा करके डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस लीड ले चुकी हैं और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप इस मुद्दे की वजह से पीछे चल रहे हैं. पांच नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए वोट डाले जाएंगे, जिसमें गर्भपात का मसला बड़ी भूमिका निभाएगा.

अमेरिका में क्या था गर्भपात का अधिकार

अमेरिका में 1973 में ‘रो बनाम वेड’ केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को संघीय अधिकार बना दिया था, जिसकी वजह से वहां गर्भपात को कानूनी मान्यता थी और यह महिला के विवेक पर तय होता था कि वह किस बच्चे को जन्म देना चाहती है और किसे नहीं. लेकिन जून 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने रो बनाम वेड कानून को पलट दिया जिसकी वजह से गर्भपात संघीय अधिकार नहीं रहा और यह राज्यों के पाले में चला गया, जिसकी वजह से अमेरिका के 50 राज्यों में से 14 में गर्भपात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया, जबकि अन्य राज्यों ने गर्भपात पर उसकी अवधि के अनुसार अनुमति दे रखी है. गर्भपात का संघीय अधिकार खत्म होने के बाद करोड़ों महिलाएं गर्भपात के अधिकार से वंचित हो गई हैं और वे इसका पुरजोर विरोध कर रही हैं. जिन जजों ने संघीय अधिकारों को समाप्त किया है उन तीनों जजों की नियुक्ति रिपब्लिकन पार्टी के शासनकाल के दौरान की गई थी, इस वजह से भी महिलाएं ट्रंप के खिलाफ नजर आ रही हैं.

‘रो बनाम वेड’ से पहले क्या थी स्थिति?

अमेरिका के इतिहास पर नजर डालें तो पाएंगे कि देश की स्थापना के वक्त क्विकनिंग से पहले तक के गर्भपात की इजाजत महिलाओं को थी, लेकिन बाद में गर्भपात को अवैध घोषित कर दिया गया था. चूंकि अमेरिका में विवाह पूर्व शारीरिक संबंध सामान्य बात है और लड़कियां कम उम्र में ही गर्भवती हो जाती हैं, तो ऐसे स्थिति में उनके लिए बच्चे को जन्म देना संभव नहीं हो पाता था. चूंकि गर्भपात गैरकानूनी था, इसलिए लड़कियां चोरी-छिपे गर्भपात कराती थीं या फिर वे गर्भपात के लिए दवाओं का सहारा लेती थीं. कई बार उनके लिए यह स्थिति जानलेवा भी साबित होती थी. गर्भपात के अधिकारों की मांग आंदोलन के रूप में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और महिला अधिकारों की वकालत भी की गई, चूंकि यह मामला महिलाओं के प्रजनन अधिकारों से जुड़ा था और उनके लिए स्वतंत्रता की वकालत करता था, इसलिए कोर्ट ने गर्भपात के अधिकारों को संघीय अधिकार बना दिया.

Also Read : Madrasa In India: कैसे दी जाती है मदरसों में शिक्षा, बाल अधिकार आयोग ने क्यों उठाए सवाल?

Arvind Kejriwal : अरविंद केजरीवाल का नया दांव, जानिए क्यों किया दो दिन बाद इस्तीफे का ऐलान

गर्भपात का मुद्दा अमेरिकी चुनाव पर क्यों है छाया?

Copy Of Add A Heading 46 3
अमेरिका में हर साल 5 लाख से 16 लाख तक  गर्भपात, चुनाव में छाया मुद्दा, जानें पूरी बात 3

सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों ने जिनकी नियुक्ति डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल में हुई थी, उन्होंने ‘रो बनाम वेड’ कानून को बदल दिया, जिसकी वजह से महिलाओं का गर्भपात से संबंधित संघीय अधिकार समाप्त हो गया है. इसकी वजह से महिलाओं में बौखलाहट है, खासकर युवा महिलाएं इस अधिकार के समाप्त होने से गुस्से में हैं. उनका पहले से ही यह तर्क रहा है कि उन्हें प्रजनन का अधिकार मिले यानी वे खुद यह तय करें कि उन्हें किस बच्चे को जन्म देना है और किसे नहीं. अमेरिकी समाज अनचाहे गर्भ के ठहरने के कई मामले सामने आते हैं, जो लाखों में होते हैं. उस अनचाहे बच्चे को जन्म देने से महिलाएं बचती हैं, क्योंकि वे ना तो मानसिक रूप से और ना ही आर्थिक रूप से बच्चे को जन्म देने के लिए तैयार रहती हैं. महिलाएं यह चाहती हैं कि उन्हें दोबारा से गर्भपात का संघीय अधिकार मिले और यही वजह है कि यह मुद्दा अमेरिकी चुनाव में छाया हुआ है. 

कौन कराता है गर्भपात?

अमेरिका मे गर्भपात कराने वालों में 61 % लोग लगभग बीस वर्ष की आयु के होते हैं,वहीं अश्वेत लोगों में यह आंकड़ा 59%,निम्न आय वाले 72% और  अविवाहित 86% होते हैं. प्यू रिसर्च (pew research) का कहना है कि देश में प्रतिवर्ष कितने गर्भपात होते हैं इसका सटीक आंकड़ा मिलना बहुत कठिन है, क्योंकि महिलाएं गर्भपात के लिए अलग-अलग तरीकों का प्रयोग करती हैं, लेकिन 1980 से अबतक औसतन पांच लाख से 16 लाख तक गर्भपात प्रतिवर्ष होते हैं. इतनी भारी संख्या में गर्भपात होने की वजह से अमेरिका की लगभग 70 प्रतिशत आबादी यह मानती है कि महिलाओं को गर्भपात संघीय अधिकार मिले.

Whatsapp Image 2024 09 20 At 4.55.34 Pm
अमेरिका में हर साल 5 लाख से 16 लाख तक  गर्भपात, चुनाव में छाया मुद्दा, जानें पूरी बात 4

अमेरिकी चुनाव में कई महिलाओं ने खुद सामने आकर कहा कि गर्भपात पर प्रतिबंध तो लगा दिया गया है, लेकिन क्या बलात्कार पर प्रतिबंध है, जब महिलाएं अनचाहे संबंध की वजह से गर्भवती हो जाती है, फिर वे उस बच्चे को जन्म क्यों दें. एक महिला ने तो सामने आकर एक विज्ञापन के जरिए यह बताया है कि किस तरह जब वह पांच साल की थी तो उसका सौतेला पिता उसके साथ दुष्कर्म करता था और 12 साल की उम्र में वह युवती गर्भवती हो गई थी. इस तरह के अभियान यह साबित करते हैं कि अमेरिका में गर्भपात का मुद्दा कितना बड़ा है. चूंकि अश्वेत भी भारी मात्रा में गर्भपात कराते हैं, यही वजह है कि कमला हैरिस को उनका समर्थन भी मिलने की संभावना है. 

Also Read :Pitru Paksha : अशुभ नहीं, पितृपर्व है 15 दिनों की अवधि, ऋषि नेमि ने की थी पितृपक्ष की शुरुआत

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें