प्रयागराज. विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या शुक्रवार को अपराधियों ने कर दी थी. पोस्टमार्टम के बाद उमेश पाल के शव घर ले जाया गया. इसके बाद यहां से दारागंज घाट ले जाया गया. जहां पर अंतिम संस्कार किया गया. जब दारागंज घाट पर अंतिम संस्कार किया जा रहा था, उस वक्त बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गये थे. सुरक्षा और लोगों के आक्रोश को देखते हुए धूमनगंज इलाके में भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी. इधर, गनर संदीप का भी पोस्टमार्टम हो चुका है. उसका शव भी परिजनों को सौंप दिया गया है. उमेश पाल के घर पर पुलिस फोर्स के साथ ही आरएएफ को तैनात किया गया है. जानकारी के अनुसार, परिवार के लोग हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी और पचास लाख रुपये की भी मांग है.
बता दें कि प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. इस दौरान कई राउंड फायरिंग और बमबाजी से प्रयागराज का धूमनगंज इलाका थर्रा उठा था. उमेश पाल व उनके गनर की हत्या की वारदात 50 से भी कम सेकंड में हत्यारों ने अंजाम दी और भाग निकले. इस घटना से पीड़ित परिवार में मातम और आक्रोश का माहौल है. पुलिस ने इस मामले में हत्या, हत्या का प्रयास के साथ-साथ विस्फोटक अधिनियम के तहत FIR दर्ज की है. अतीक अहमद के दोनों बेटों के साथ करीब 14 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. इस हत्याकांड की चल रही जांच में अभी तक कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं.
Also Read: UP में बुद्ध सर्किट समेत सभी प्रमुख पर्यटन केंद्र को मिलेगी लोकल लेवल गाइड सुविधा, जानें सरकार की प्लानिंग
यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गयी है. यह पूरी वारदात जिस तरह से अंजाम दी गई उसे देखकर यही लगता है यह घटना सुनियोजित थी. इस घटना को छह हमलावरों ने मिलकर अंजाम दी है. वारदात के दौरान एक बदमाश लगातार बम चलाता रहा. यह बदमाश बाइक पर अपने एक अन्य साथी के संग आया था. इसने सफेद रंग की शर्ट पहन रखी थी और बम झोले या पॉलीथीन जैसी चीज में रख था. बाइक चालाने वाला युवक पिस्टल लिया था. उसने हेलमेट भी पहन रखा था. उमेश को जैसे ही पहली गोली मारी गई. इसके बाद बाइक पर पीछे बैठकर पहुंचे बदमाश ने नीचे उतरकर बम चलाना शुरू कर दिया.