Rajasthan News: राजस्थान में कांग्रेस के बाद अब बीजेपी के भीतर भी गुटबाजी और नेतृत्व का विवाद शुरू हो गया है. पिछले दिनों वसुंधरा राजे सिंधिया के समर्थकों ने पार्टी के भीतर ही मोर्चा खोल दिया. हालांकि प्रदेश प्रवास पर आए प्रभारी महासचिव अरुण सिंह ने इन मामलों में लीपापोती की कोशिशें जरूर की, लेकिन जानकारों का कहना है कि राजस्थान बीजेपी नेतृत्व को लेकर छीड़ा घमासान अभी शांत नहीं होने वाला है.
राजस्थान के सियासी गलियारों में चल रही चर्चा की मानें तो एक ओर वसुंधरा राजे और दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के सक्रियता से आलाकमान की टेंशन बढ़ सकती है. गजेन्द्र सिंह शेखावत लगातार ट्विटर पर सक्रिय रहते हैं और राजस्थान की गहलोत सरकार पर निशाना साधते रहते हैं.
वसुंधरा राजे और गजेन्द्र सिंह शेखावत के बीच पुराना विवाद है. विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी हाईकमान चाहती थी कि गजेन्द्र सिंह शेखावत को अध्यक्ष बनाया जाए, लेकिन वसुंधरा राजे ने वीटो लगा दिया, जिसके बाद मदनलाल सैनी को अध्यक्ष बनाना पड़ा था. मदनलाल सैनी के बाद सतीश पूनिया को अध्यक्ष बनाया गया था.
बताते चलें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंतिम महीने में होना है. राज्य में अभी चुनाव में ढाई साल शेष है. पिछले दिनों नेतृत्व को लेकर छीड़े संघर्ष पर गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि अभी न तो बरसात है और न ही मौसम. फिर विवाद क्यों है? उन्होंने आगे कहा कि नेतृत्व पर अंतिम फैसला हाईकमान करेगा.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra