राजस्थान में कांग्रेस के भीतर कलह को शांत करने में जुटी आलाकमान ने अशोक गहलोत को अपना फॉर्मूला बता दिया है. देर रात सीएमआर में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रभारी महासचिव अजय माकन और सीएम अशोक गहलोत के बीच बंद कमरे में घंटों भर बातचीत हुई. बताया जा रहा है कि बातचीत के दौरान केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हाईकमान अब किसी भी राज्य में टकराव नहीं चाह रही है.
सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं ने राज्य में जल्द से कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्ति करने के लिए सीएम से कहा, जिसके बाद अशोक गहलोत ने कहा कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन का फैसला हाईकमान ही करे. बताया जा रहा है कि आलाकमान ने सीएम को सचिन पायलट के पांच करीबी नेताओं को मंत्री बनाने का सुझाव दिया है.
संगठन में होगा फेरबदल– केसी वेणुगोपाल, अजय माकन और सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के बीच मीटिंग के बाद माना जा रहा है कि सरकार के साथ साथ संगठन में भी भारी फेरबदल किया जाएगा. बताया जा रहा है कि पार्टी वन पोस्ट वन पर्सन का फॉर्मूला लागू करेगी, जिसके तहत कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को एक पद से इस्तीफा देना पड़ेगा. वहीं राज्य में चार कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा, जिसमें जातिगत समीकरण को भी साधने की बात कही जा रही है.
इन मंत्रियों को कट सकता है पत्ता– सूत्रों के मुताबिक राज्य में कैबिनेट विस्तार से पहले कुछ मंत्रियों का पत्ता कट सकता है. बताया जा रहा है कि परफॉर्मेंस और समीकरण के आधार पर कुछ कद्दावर मंत्रियों को भी हटाया जाएगा. वहीं एक वरिष्ठ मंत्री ने संगठन में काम करने की इच्छा जाहिर की है. ऐसे में उन्हें भी मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता है.
अब फाइनल फैसला हाईकमान पर– वहीं स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केसी वेणुगोपाल और अजय माकन के दिल्ली वापसी के बाद अशोक गहलोत भी दिल्ली जाएंगे. सीएम वहां पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं. गहलोत यहां अपना पक्ष भी रख आलाकमान के सामने रख सकते हैं.
Posted By : Avinish Kumar Mishra