Rajasthan News: राजस्थान में कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्ति की अटकलों के बाद कांग्रेस संगठन के विस्तार में भी पेच फंस गया है. बताया जा रहा है कि पार्टी के जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति के लिए सभी गुट अपनी ताकत झोंक दी है, जिसके कारण जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा सहित डेढ़ दर्जन जिलों में अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पा रही है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जयपुर शहर और देहात, अजमेर शहर और देहात, भीलवाड़ा, उदयपुर, सीकर, भरतपुर, दौसा और झूंझनूं में कांग्रेस जिलाध्यक्ष को लेकर मामला फंस गया है. इन जिलों में सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट अपने-अपने नेताओं के सिर पर ताज पहनाना चाहते हैं.
जयपुर शहर और देहात में जहां अशोक गहलोत अपने कैंप के नेताओं को अध्यक्ष बनाने की जोर अजमाइश कर रहे हैं. वहीं सचिन पायलट अपने नेताओं को जिलाध्यक्ष बनवाने की ज़िद पर अड़ गए हैं. सचिन पायलट जयपुर देहात से राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष मनीष यादव को अध्यक्ष बनाने की पैरवी कर रहे हैं.
इसी तरह अजमेर शहर और देहात में भी सचिन पायलट अपने नेताओं को अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं. सचिन पायलट यहां से सांसद भी रह चुके हैं, लेकिन अशोक गहलोत के करीबी और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा अपने कैंप के नेताओं के लिए लॉबिंग कर रहे है. दौसा और उदयपुर में भी सचिन पायलट और अशोक गहलोत खेमे कै बीच फाइट है.
भीलवाड़ा में जोशी और गहलोत गुट में पेच- भीलवाड़ा जिले में अशोक गहलोत के करीबी विधायक रामलाल शर्मा और अशोक चांदना जहां अपने करीबियों को अध्यक्ष बनाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है. वहीं विधानसभा स्पीकर और भीलवाड़ा से पूर्व सांसद सीपी जोशी भी अपने समर्थकों के लिए लॉबिंग में जुटे हुए हैं.
Posted By : Avinish Kumar Mishra