Sachin pilot, rajasthan news, rajasthan politics, rajasthan politics update, राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आंकड़ों के खेल में डिप्टी सीएम सचिन पायलट से सियासी बाजी जीतते नजर आ रहे हैं. हालांकि राजस्थान में मचा सियासी घमासान किस ओर करवट लेगा, ये कहना अभी मुश्किल है. इसी बीच इस सियासी संग्राम को लेकर एक नया वीडियो सामने आ गया है. यह वीडियो सचिन पायलट का उनके समर्थक विधायकों के साथ बैठक का है. समर्थकों के साथ सचिन पायलट का यह पहला वीडियो सामने आया है
पायलट समर्थक राज्य के पर्यटन मंत्री और और भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह ने भी ट्वीट किया है. राजस्थान के सियासी रण में जारी शह-मात के खेल में गहलोत अब सचिन पायलट पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं. डेढ़ साल पहले कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया था तो सचिन पायलट को पार्टी में एक विक्टिम के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन अब वो अशोक गहलोत सरकार के लिए संकट बन गए हैं.
https://twitter.com/vishvendrabtp/status/1282721798279184384
सोमवार को सीएम अशोक गहलोत ने 106 विधायकों के समर्थन का दावा किया साथ ही कांग्रेस की बैठक का वीडियो भी जारी किया. इसके बाद सचिन पायलट खेमे के विधायक भी अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाने में पीछे नहीं रहे. सोमवार देर रात पायलट समर्थक विधायकों का एक विडियो जारी हुआ है. हरियाणा मानेसर के एक होटल में राजस्थान कांग्रेस के विधायक इंदर राज गुर्जर, पीआर मीणा, जीआर खटाना और हरीश मीणा समेत कई विधायक दिख रहे हैं। यह विडियो सचिन पायलट के कार्यालय से पायलट समर्थक विधायकों ने जारी किया है.
राजस्थान की कांग्रेस सरकार में अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट की लड़ाई में सोमवार को गहलोत भारी साबित हुए. लेकिन कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक फिर से मंगलवार को बुलाई गई है. कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस बारे में मीडिया से कहा है, सुबह 10 बजे कांग्रेस विधायक दल की एक और बैठक बुलाई जाएगी.
एक बार फिर सचिन पायलट के सभी विधायक साथियों से हमने अनुरोध किया है कि आइए और राजनीतिक यथास्थिति पर चर्चा कीजिए, अगर किी व्यक्ति विशेष से कोई मतभेद है तो वो भी कहें. सोनिया गांधी और राहुल गांधी सबकी बात सुनने और उसका हल निकालने के लिए तैयार हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का फोकस अब आंकड़ों पर है. अभी तक गहलोत का पलड़ा भारी दिख रहा है, क्योंकि सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उन्होंने 107 विधायकों के पहुंचने का दावा किया. वहीं, पायलट गुट का दावा है कि उनके 18 विधायक इस बैठक में नहीं पहुंचे. 107 के मुकाबले 18 की संख्या कम है, लेकिन गहलोत का खेल बिगाड़ देने के लिए काफी है. पायलट भी वैसी हालत नहीं चाहते कि पार्टी भी छोड़ें और कुछ बड़ा हासिल भी न हो. पायलट बड़ा कदम उठाने से बचना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने अभी आगे का रुख साफ नहीं किया है. मतलब ड्रामा अभी लंबा चलेगा. गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों की घेराबंदी कर रखी है.
Posted By: Utpal kant