Prabhat Khabar Impact: प्रभात खबर में समाचार प्रकाशित होने का असर हुआ है. रामगढ़ जिला अंतर्गत गोला प्रखंड क्षेत्र के पूरबडीह गांव में शौचालय का निर्माण जल्द शुरू हो रहा है. इस संदर्भ में पीएचईडी विभाग के अधिकारियों के निर्देश के बाद प्रखंड समन्वयक अजय कुमार महतो ने गांव का दौरा किया. उन्होंने ग्रामीणों से मिलकर वस्तु स्थिति से अवगत हुए. इसके बाद शौचालय निर्माण कार्य शुरू करने की बात कही. बता दें कि रामगढ़ जिला झारखंड का पहला खुले में शौच मुक्त जिला घोषित है. इसके बावजूद पूरबडीह गांव की महिलाएं सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद शौच जाने को विवश होती है.
शौचालय निर्माण में खर्च होगी राशि
प्रखंड समन्वयक ने ग्रामीणों से कहा कि पीएचईडी विभाग द्वारा मुखिया और सहिया के खाते में राशि भेज दी जायेगी. यह राशि शौचालय निर्माण में खर्च की जायेगी. कहा कि शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये आवंटित किये जायेंगे. मौके पर उप मुखिया फुल कुमारी, राखी कुमारी, जिरवा देवी, कवित्री देवी, मो सीता, राधा देवी, दसमी देवी, दिलीप कुमार ,राजेंद्र राम रामदेव राम, रंजीत कुमार, जगन्नाथ राम सहित कई ग्रामीण मौजूद थे.
शौचालय जाने के लिए महिलाएं करती हैं सूर्यास्त होने का इंतजार
बता दें कि गत चार जनवरी, 2023 को शौच जाने के लिए महिलाएं करती हैं सूर्यास्त होने का इंतजार शीर्षक से प्रभात खबर में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया था. जिसमें गांव की महिलाओं ने अपना दर्द को बयां की थी. ग्रामीणों का कहना था कि पूरबडीह के दलित मुहल्ला में लगभग 70 घरों में शौचालय नहीं बन पाया है. कई बार अधिकारियों को भी सूचना दी गयी थी, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. इसके बाद प्रभात खबर में जैसे ही समाचार प्रकाशित हुआ, वैसे ही शौचालय बनाने को लेकर पहल भी शुरू हो गया. जानकारी के अनुसार, रामगढ़ जिला को शौच मुक्त होने का गौरव वर्ष 2017 में ही प्राप्त हुआ था. बावजूद इस गांव में शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया था.
Also Read: झारखंड के इस गांव में आज भी महिलाएं शौच जाने के लिए करती हैं सूर्यास्त का इंतजार
महिलाओं के चेहरे पर दिखी खुशी
इधर, प्रखंड समन्वयक के गांव पहुंचने पर और शौचालय निर्माण की सूचना मिलने के बाद महिलाओं के चेहरे पर खुशी देखी गयी. उनका कहना था कि आखिरकार प्रशासन का ध्यान इस ओर गया. अब हमलोगों का भी अपना शौचालय होगा. शौचालय बनने के बाद खासकर महिलाओं को बाहर नहीं जाना पड़ेगा. जिससे महिलाओं का सम्मान भी बचेगा. ग्रामीणों ने इस तरह की सकारात्मक पत्रकारिता के लिए प्रभात खबर को बधाई दी है.
रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार, रजरप्पा, रामगढ़.