रांची : लद्दाख के गलवान घाटी में चीन के सैनिकों की भारतीय सैनिकों के साथ हुई दगाबाजी से देश भर में चीन के प्रति गुस्सा और नफरत का माहौल है. झारखंड की राजधानी रांची में भी चीन और चीन के लोगों का विरोध शुरू हो गया है. एक अपार्टमेंट के दो फ्लैट में रह रहे तीन चीनी नागरिकों को यहां से हटाने की मांग अपार्टमेंट के लोग करने लगे, लेकिन फ्लैट के मालिक ने इससे इन्कार कर दिया. एक फ्लैट में रह रहे तीन चीनी नागरिकों के पासपोर्ट क्रमश: 2023, 2025 व 2030 तक वैध हैं. लोगों को शक है कि ये लोग जासूसी गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं.
दरअसल, गुरुवार (18 जून, 2020) को सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो गया कि राजधानी रांची के कांके रोड में मोबाइल कंपनी के गेस्ट हाउस में तीन चीनी नागरिक रह रहे हैं, जो हिंदी-अंग्रेजी नहीं बोल सकते. लगता है कि ये दो-तीन साल से यहां जासूसी जैसी गतिविधियों में लिप्त हैं. इसके बाद अपार्टमेंट के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया.
राजधानी के कांके रोड के एक अपार्टमेंट में उस वक्त हंगामा शुरू हो गया, जब लोगों को पता चला कि यहां तीन चीनी नागरिक रहते हैं. अपार्टमेंट में रहने वाले दूसरे लोगों ने इन्हें तुरंत यहां से हटाने की मांग शुरू कर दी. लेकिन फ्लैट मालिक इसके लिए तैयार नहीं हुआ. इस पर हंगामा और बढ़ गया. जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना हुई, सदर डीएसपी दीपक पांडेय और गोंदा थाना के थानेदार वहां पहुंच गये.
शुरुआती जांच में पुलिस को मालूम हुआ कि ये तीनों चीनी नागरिक किसी मोबाइल कंपनी के लिए काम करते हैं. बताया जा रहा है कि ये लोग करीब तीन साल से रांची में रह रहे हैं. कांके रोड के जिस अपार्टमेंट में ये लोग रह रहे हैं, उसका नाम ब्लेसिंगटन हाइट्स है. तीनों नागरिक फ्लैट नंबर 7-ए और 2-सी में रहते हैं. एक फ्लैट मोबाइल कंपनी का गेस्ट हाउस बताया जा रहा है. जिस जगह ये लोग रहते हैं, उसी फ्लैट के लोगों ने इन्हें हटाने की मांग की.
फ्लैट के मालिक ने जब चीनी नागरिकों को यहां से हटाने से इन्कार कर दिया, तो अपार्टमेंट के लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस पहुंची और मामले की जांच में जुट गयी. जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि चीनी नागरिकों का वीजा क्रमश: वर्ष 2023, वर्ष 2025 और वर्ष 2030 तक वैध है. बहरहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है और चीनी नागरिक सहमे हुए हैं.
Posted By : Mithilesh Jha