रांची : लालपुर चौक पर फ्लाइओवर निर्माण का काम इसी वर्ष शुरू किया जा सकता है. लालपुर में भारी ट्रैफिक और संकरी सड़कों के कारण वहां फ्लाइओवर निर्माण की योजना तैयार की गयी थी. प्रस्तावित लालपुर फ्लाइओवर 1855 मीटर लंबा होगा. कचहरी चौक के 50 मीटर आगे से डंगराटोली चौक से 60 मीटर पहले तक फ्लाइओवर का निर्माण प्रस्तावित है.
दूसरी ओर, अरगोड़ा और करमटोली चौक में फ्लाइओवर निर्माण की योजना डंप कर दी गयी है. इन दोनों चौराहों को अब केवल लेफ्ट फ्री किया जायेगा. इसके अलावा चौराहों तक पहुंचनेवाली सभी सड़कों को 60 मीटर तक चौड़ा कर आइलैंड तैयार किया जायेगा. नगर विकास विभाग उक्त दोनों चौराहों पर अभी फ्लाइओवर निर्माण की जरूरत नहीं महसूस कर रहा है. विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक, चौराहों को लेफ्ट फ्री करने से ट्रैफिक जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकती है.
अरगोड़ा और करमटोली चौक को लेफ्ट फ्री करके ट्रैफिक की समस्या से निजात पाया जा सकता है. दोनों ही चौराहों का स्थल निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की गयी है. यहां फ्लाइओवर का निर्माण स्थगित नहीं किया गया है. फिलहाल, चौराहों को लेफ्ट करने की योजना पर ही काम किया जा रहा है.
– विनय कुमार चौबे, सचिव, नगर विकास विभाग
रॉडिक से बनवाया गया था डिजाइन : नगर विकास विभाग ने वर्ष 2019 में ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिए अरगोड़ा, करमटोली और लालपुर चौक पर फ्लाइओवर निर्माण के लिए डिजाइन तैयार कराया था. परामर्शी कंपनी रॉडिक ने डिजाइन बनाया था. अरगोड़ा फ्लाइओवर 700 मीटर लंबा प्रस्तावित था. यह दीनदयाल चौक से 70 मीटर आगे से सेटेलाइट नाला के 60 मीटर तक बनाया जाना था. वहीं, करमटोली चौक पर फ्लाइओवर लोकायुक्त कार्यालय से मिशन हॉस्पिटल तक प्रस्तावित था. उसकी कुल लंबाई 975 मीटर होनी थी.
संशोधित डिजाइन तैयार करने की आवेदन तिथि बढ़ी : रांची. विस्तारित कांटाटोली फ्लाइओवर के निर्माण के लिए संशोधित डीपीआर और डिजाइन तैयार करने के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ा दी गयी है. तीन जुलाई को हुई परामर्शी कंपनियों की प्री-बिड मीटिंग में बातचीत के आधार पर तय किया गया कि अब 16 जुलाई तक आवेदन जमा किया जा सकेगा.
पूर्व में अंतिम तिथि 10 जुलाई थी. मालूम हो कि रांची के योगदा सत्संग आश्रम से शांतिनगर कोकर वाया कांटाटोली चौक नये सिरे से फ्लाइओवर का निर्माण कराया जाना है. इस परियोजना का संशोधित डिजाइन व डीपीआर बनाने और परियोजना प्रबंधन परामर्श (पीएमसी) देने की इच्छुक कंपनियां प्रस्ताव प्रस्तुत कर सकती हैं. संशोधित फ्लाइओवर की लंबाई 1800 से 2000 मीटर हो सकती है. पहले फ्लाइओवर 1240 मीटर लंबा प्रस्तावित था.
Post by : Pritish Sahay