लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी पार्टियां अपनी कमर कस चुकी है. लगभग सभी विपक्षी दल एक हो गए हैं और सत्तारूढ़ भाजपा को मात देने की कोशिश में भी लगे हैं. विपक्षी दलों का महाजुटान हो रहा है, जिसमें यह रणनीति बनाई जा रही है कि केंद्र की भाजपा सरकार को कैसे उखाड़ कर फेंका जाए. हाल ही में पटना में विपक्षी दलों की मीटिंग हुई थी. विपक्षी दलों के जुटान और उसमें नीतीश कुमार के शामिल होने पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि नीतीश कुमार को संन्यास ले लेना चाहिए.
‘नीतीश जी की क्या मजबूरी है..’
बाबूलाल मरांडी ने कहा, ‘मैं नीतीश जी का सम्मान करता हूं. वह परिवारवाद, वंशवाद, भ्रष्टाचार में नहीं है, लेकिन पता नहीं उनकी क्या मजबूरी और कमजोरी है कि वे परिवारवाद, वंशवाद को बढ़ावा देने वाली और भ्रष्टाचार में लिप्त पार्टियों को इकट्ठा कर रहे हैं. मुझे लगता कि नीतीश कुमार को ये सब नहीं करना चाहिए और अगर मन नहीं मानता है तो उन्हें संन्यास ले लेना चाहिए.’
नीतीश कुमार की पहल पर ही पूरा विपक्ष एक
दरअसल, नीतीश कुमार की पहल पर ही पूरा विपक्ष एक हुआ है. विपक्षी दलों की अगली बैठक बंगलुरु में होनी है. विपक्षी पार्टियां लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी के खिलाफ रोडमैप तैयार कर रहा है, ताकि अगले चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बाहर किया जा सके. सूत्रों का कहना है नीतीश कुमार को विपक्षी दलों का संयोजक बनाने पर आम सहमति बनी है.
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी की क्या तैयारियां
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी के तैयारियों के बारे में पूछने पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा जनसंपर्क अभियान चला रही है. हमारे पार्टी के कार्यकर्ता समाज के हर तबके के लोगों से मिल रहे हैं. कोशिश है कि 10 जुलाई तक ज्यादा से ज्यादा लोगों से संपर्क कर उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय से जोड़ा जाए. उन्होंने सभी से अपील की है कि सभी प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़ें. इसके लिए उन्होंने एक नंबर साझा किया, 9090902024 और कहा कि इस नंबर पर मिस कॉल करें. जिसके कुछ ऑपशन आएंगे, जिसे भरना है. इसमें आपको पीएम मोदी की की उपलब्धियां बतानी है, जो सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पहुंचेगा.
विपक्षियों पर साधा निशाना
इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने लालू यादव, हेमंत सोरेन, ममता बर्नजी समेत तमाम विपक्षियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ‘ममता बनर्जी बिना हिंसा का एक चुनाव नहीं करा पाती, वह हिंसा करने वालों का संरक्षण करती है और कहती हैं कि लोकतंत्र की रक्षा करेगी. ऐसे में उनकी बातों को कौन मानेगा.’ वहीं झारखंड में ईडी की कार्रवाई, जमीन की लूट, अवैध खनन और खनन पट्टा मामले को लेकर बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर भी निशाना साधा.