रांची : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है. कहा है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के बाद भाजपा झारखंड में भी ‘ऑपरेशन लोटस’ में जुटी हुई है. भाजपा कांग्रेस के चार विधायकों पर डोरे डाल कर उन्हें खरीदने की कोशिश कर रही है. इन विधायकों को भाजपा अपने पाले में करने की मुहिम चला रही है. श्री उरांव ने कहा कि भाजपा इस राज्य में गठबंधन की सरकार को पचा नहीं पा रही है. मेरे विधायकों को पद और पैसे का प्रलोभन दिया गया है.
मुझे खुद उन विधायकों ने इसकी जानकारी दी है. इसकी सूचना प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह को भी है. उन्होंने भी विधायकों से बात की है. श्री उरांव ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के समय ही चार विधायकों पर डोरे डाले गये. इनसे वोट मांगा गया और पैसे का प्रलोभन दिया गया. लेकिन, हमारे विधायक मजबूत कांग्रेसी हैं. वे इधर-उधर नहीं जा सकते हैं. मंत्री ने कहा कि भाजपा घृणित राजनीति कर रही है. गोवा, मणिपुर, मध्य प्रदेश से लेकर सब जगह यही कर रहे हैं. पैसे के बल पर बेशर्मी की राजनीति कर रहे हैं.
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वित्त मंत्री ने कहा : झारखंड में भी ‘ऑपरेशन लोटस’ में जुटी है भाजपा
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विधायकों से संपर्क में हूं, राज्यसभा चुनाव के दौरान भी चलायी थी मुहिम
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हमारे विधायक मजबूत कांग्रेसी हैं. वे इधर-उधर नहीं जा सकते हैं
राजनीति की नयी सुगबुगाहट के बीच कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी बात की है. सूचना के मुताबिक प्रभारी आरपीएन सिंह ने तोड़फोड़ के हालात से निबटने के लिए रणनीति भी बनायी है. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से भी मुख्यमंत्री की चर्चा हुई है.
एक-एक विधायकों पर नजर रखी जा रही है. सबको गोलबंद रखने का प्रयास हो रहा है. कांग्रेस के एक उच्च पदस्थ नेता ने बताया कि भाजपा नये विधायकों से ही संपर्क में है. भाजपा जानती है कि पुराने विधायकों को तोड़ना आसान नहीं है. कांग्रेस लगातार अपने विधायकों के संपर्क में हैं.
कांग्रेस नेता रामेश्वर उरांव के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा : यह कपोल-कल्पित सोच है. पता नहीं उन्हें कहां से यह सूचना मिली है. राज्यसभा में भाजपा के पास पर्याप्त बहुमत था, हमें जुगाड़ की जरूरत नहीं थी. कोरोना संकट के इस दौर में कांग्रेस के मंत्री को राज्य की जनता की चिंता करनी चाहिए. लेकिन ये लोग जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए राजनीतिक शगूफा छोड़ रहे हैं.
Post by : Pritish Sahay