झारखंड की एक आदिवासी बच्ची पर हरियाणा के गुरुग्राम शहर में अमानवीय अत्याचार का मामला सामने आया है. बच्ची को गर्म सलाख से जलाया गया. उसे बड़ी ही बेरहमी से पीटा गया. बच्ची के कान फूल गये हैं. उसकी बांहों पर दाग हैं. गुरुग्राम में रहने वाले दंपती ने बच्ची को बंधक बना रखा था. उस पर लगातार अत्याचार कर रहा था. आखिरकार मंगलवार को इस बच्ची को क्रूर दंपती के चंगुल से मुक्त करा लिया गया. झारखंड एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम उसे लाने के लिए बृहस्पतिवार को गुरुग्राम रवाना होगी.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गैर सरकारी संस्था शक्तिवाहिनी के पत्र का संज्ञान लेते हुए झारखंड पुलिस, सिमडेगा प्रशासन और झारखंड की महिला एवं बाल कल्याण विभाग की मंत्री जोबा माझी को एक्शन लेने का निर्देश दिया है. सीएम के निर्देश पर पूरा प्रशासनिक अमला तेजी से काम कर रहा है. सिमडेगा के ठेठईटांगर प्रखंड स्थित बच्ची के परिवार से शक्तिवाहिनी के प्रतिनिधि ने संपर्क किया है.
सिमडेगा के एसपी के निर्देश पर बच्ची की मां को पुलिस ने ठेठईटांगर बुला लिया है. बच्ची को सिमडेगा लाने के लिए हरियाणा जाने वाली टीम के साथ उसकी मां को भी ले जाया जायेगा. शक्तिवाहिनी के निदेशक निशिकांत ने बताया कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण आयोग को बच्ची को बंधक बनाकर उससे बाल श्रम कराने और उस पर अत्याचार के बारे में गुप्त सूचना मिली थी.
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आयोग के निर्देश पर गुरुग्राम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए झारखंड के सिमडेगा जिला के ठेठईटांगर ब्लॉक की रहने वाली आदिवासी बच्ची को मुक्त करवाया. निशिकांत ने बताया कि बच्ची का मामा ही उसे ले गया था. लड़की की बड़ी बहन को भी उसका मामा ले गया था. वह अब भी लापता है. उसके बारे में परिवार के किसी सदस्य को कोई जानकारी नहीं है.
निशिकांत ने बताया कि जिस बच्ची को मुक्त कराया गया है, उसकी दो और बहनें हैं. एक बहन गांव में माता-पिता के साथ रहती है. दो बहनों को उसका मामा काम दिलाने के नाम पर ले गया था. एक बच्ची का रेस्क्यू कर लिया गया है, लेकिन उसकी बड़ी बहन के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पायी है. उसका भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है. सिमडेगा पुलिस उसके मामा की भी तलाश में जुट गयी है.
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बताया जा रहा है कि लड़की का पिता नशेड़ी है. 24 घंटे नशे में धुत रहता है. इसलिए बच्ची की मां को शाम में ही ठेठईटांगर बुला लिया गया. उसे यहीं रखा जायेगा और बृहस्पतिवार को पुलिस की टीम के साथ हरियाणा भेजा जायेगा. एसपी ने कहा है कि पूरे मामले की गहन जांच होगी. वहीं, सिमडेगा के डीसी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बताया है कि बच्ची को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जायेगा.
उधर, हरियाणा के गुरुग्राम में जिस दंपती ने बच्ची को बंधक बना रखा था, उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पति-पत्नी दोनों नौकरी करते थे. पति वर्क फ्रॉम होम कर रहा था, जबकि पत्नी काम करने के लिए ऑफिस जाती थी. सिमडेगा की यह छोटी-सी बच्ची दिन भर घर का सारा काम करती थी. काम में थोड़ी सी गलती हो जाती, तो उसकी पिटाई कर दी जाती थी. पति-पत्नी दोनों ही उस पर अत्याचार करते थे.