रांची/चाईबासा : झारखंड में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है. यह 20 अगस्त तक चलेगा. इसके तहत घर-घर जाकर स्वास्थ्यकर्मी दवा खिलायेंगे. इस दौरान सुरक्षा मानकों का पूरा पालन किया जायेगा. राजधानी रांची और चाईबासा समेत पूरे प्रदेश में यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
पश्चिमी सिंहभूम जिले में सोमवार को मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के तहत उपायुक्त द्वारा कार्यालय प्रकोष्ठ में चिकित्सक की देखरेख में अपनी आयु के अनुरूप डीईसी की तीन गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल का एक टेबलेट का सेवन करते हुए सोमवार को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया. जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के उद्देश्य से संचालित राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिला अंतर्गत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के तहत 20 अगस्त 2020 तक उन्मूलन कार्यक्रम का संचालन किया जायेगा.
सभी स्वास्थ्य केंद्रों/तय बूथों तथा स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा घर-घर जाकर डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली उम्र के अनुसार पूरे जिले में सभी लोगों को खिलाया जायेगा. इस अभियान के तहत 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चे (जिनमें 1 वर्ष या अधिक उम्र के बच्चों को अल्बेंडाजोल टेबलेट की आधी गोली दी जानी है), वहीं गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति के साथ वर्तमान में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों को शामिल नहीं किया जायेगा.
घर-घर जाकर दवा उपलब्ध करवाने के क्रम में जिला प्रशासन के द्वारा कंटेनमेंट जोन के रूप में प्रतिबंधित क्षेत्र के आसपास के इलाकों में उक्त उन्मूलन कार्यक्रम का संचालन स्थिति सामान्य होने तक नहीं किया जायेगा. फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत घर-घर जाकर दवा उपलब्ध करवाने के क्रम में वितरण में लगे कर्मियों के द्वारा मास्क/फेस कवर तथा ग्लब्स के प्रयोग के साथ-साथ सोशल डिस्टैंसिंग के तहत कम से कम 6 फीट की दूरी का पालन सुनिश्चित करना है.
फाइलेरिया उन्मूलन का 10 दिवसीय अभियान पूरे झारखंड में शुरू हो गई है. रांची नगर निगम के वार्ड 49 के कार्यालय में वार्ड पार्षद जमीला खातून द्वारा फाइलेरिया की दवा खाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 10 दिन तक पूरे वार्ड में जगह-जगह कैंप लगाकर और वार्ड कार्यालय में चलेगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा डीईसी व अल्बेंडाजोल का टेबलेट टेबलेट दिया जायेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra