Ranchi News: कृषि बाजार शुल्क के विरोध में रांची सहित प्रदेश की थोक खाद्यान्न दुकानें बुधवार को बंद रहेंगी. झारखंड चेंबर के आह्वान पर थोक खाद्यान्न दुकानों के साथ-साथ राइस और फ्लावर मिल भी बंद रहेंगी. इधर, झारखंड राज्य खुदरा व्यवसायी संघ ने भी बंद का समर्थन किया है. ऐसे में पूरे झारखंड की लगभग 1.5 लाख से अधिक दुकानें बंद रहेंगी. बंदी से करोड़ों रुपये का कारोबार बाधित होने की संभावना है.
अफसरशाही हावी होगी
झारखंड राज्य खुदरा व्यवसायी संघ ने भी सभी खुदरा व्यापारियों से अपनी-अपनी दुकानें बंद रखने की अपील की है. संघ के योगेंद्र प्रसाद पोद्दार और प्रवक्ता संजय पोद्दार ने कहा कि बाजार शुल्क लगने से खाद्यान्न कारोबारी के साथ-साथ छोटे दुकानदार और आम लोगों को महंगाई की मार झेलनी होगी. झारखंड में अधिकतर खाद्यान्न वस्तुएं बाहर से आती हैं, पहले ही उस पर टैक्स लगा होता है. यहां आने के बाद दो प्रतिशत तक बाजार शुल्क देना होगा, इससे खाद्यान्न महंगी होगी. साथ ही अफसरशाही हावी होगी.
संगम गार्डेन में आज राज्यस्तरीय सम्मेलन
बंदी के साथ-साथ झारखंड चेंबर ने बुधवार को राज्यस्तरीय सम्मेलन का आयोजन मोरहाबादी मैदान स्थित संगम गार्डेन में किया है. इसमें रांची के साथ-साथ प्रदेश भर के खाद्यान्न व्यापारी शामिल होंगे. इसके लिए तैयारी पूरी हो गयी है. झारखंड चेंबर के अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि सम्मेलन में पूरे प्रदेश भर के व्यापारी जुटेंगे. इसमें आगे की रणनीति तय होगी. कृषि बाजार शुल्क काला कानून है. बाजार शुल्क लगने से झारखंड का व्यापार पूरी तरह से प्रभावित होगा. पड़ोसी राज्यों में व्यापार शिफ्ट होगा. खाद्यान्न वस्तुएं महंगी हो जायेगी. जिसका सीधा असर व्यापार पर पड़ेगा. इसका सीधा नुकसान सरकार को भी राजस्व में रूप में होगा.
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