रांची, राजलक्ष्मी : अपनी मांगों के समर्थन में आक्रोश मार्च में शामिल होने झारखंड के अलग-अलग जिलों से आये होमगार्ड जवानों का जुटान रांची के मोरहाबादी मैदान में सोमवार को हुआ. यहां से पैदल मार्च करते हुए होमगार्ड जवान राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के पांच प्रतिनिधिमंडल को मंगलवार की सुबह 10 बजे बातचीत के लिए बुलाया है.
हर सरकार से मिला सिर्फ कोरा आश्वासन
होमगार्ड जवानों का कहना है कि सत्ता में आने से पहले कई सरकारों ने होमगार्ड जवानों की नौकरी स्थायी करने की घोषणा की थी. लेकिन, 23 साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की है.
जवानों की मांग
आपको बता दें कि होमगार्ड जवान अपनी चार मांगों को लेकर सोमवार को राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन किया. इसके तहत समान काम का समान वेतन, स्वयंसेवी एक्ट में संशोधन, कमर्चारी भविष्य निधि का लाभ और सेवानिवृत्त होने पर एकमुश्त राशि का भुगतान मुख्य है.
वर्दी एक, व्यवहार दो, ऐसा नहीं चलेगा
अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहे जवानों का कहना है कि बिहार सरकार की तर्ज पर झारखंड सरकार भी होमगार्ड जवानों को तमाम सुविधाओं का लाभ दे. वहीं, पैदल मार्च करते हुए होमगार्ड जवानों का ही नारा था कि एक ही वर्दी के साथ दो तरह का व्यवहार नहीं चलेगा. होमगार्ड जवान कहते हैं कि झारखंड सरकार झारखंड हाईकोर्ट के समान काम का समान वेतन के आदेश को भी नहीं मान रही है. ये नहीं चलेगा. अगर आज सरकार इस आक्रोश मार्च के बाद भी नहीं जगती है, तो आगामी दिनों में होमगार्ड जवान आंदोलन को तेज करने को विवश होंगे.